Azadi ka Amrit Mahotsav: राजस्थान में घर-घर फहराया जाएगा तिरंगा, सभी विभागों को सौंपी गई जिम्मेदारी
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राजस्थान के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा. इसके तहत यहां करीब 10 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने का अनुमान है.
Bundi News: राजस्थान सहित पूरे देश भर में आजादी के अमृत महोत्सव को खास बनाने के लिए हर घर तिरंगा फहराया जाएगा. देश में अगस्त माह के दूसरे सप्ताह में लगभग 5 से 10 करोड़ राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने की योजना है. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही है. इसी के तहत राजस्थान में भी आगामी 11 से 17 अगस्त तक भारत के राष्ट्रीय गौरव के रूप में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर झंडा कार्यक्रम का आयोजन कराने की योजना है.
जिसमें प्रदेश के विभिन्न विभागों की सहभागिता समन्वय से इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर मनाए जाने की ऐतिहासिक योजना तैयार की गई है. इसके तहत राजस्थान के विभिन्न विभागों के निर्देशकों को जिम्मेदारियां सौंपी गई है. जिसमें निर्देश दिए गए हैं कि अपने विभाग की स्तर पर इस योजना को सफल बनाएं. इसके लिए वह एक अभियान के रूप में कार्य करें. जिसमें जन चेतना, शक्ति निर्माण, अभिरुचि वृद्धि और जागरूकता वृद्धि का कार्य करें. जिससे हर घर लगाने की योजना सफल हो सके. इस योजना के तहत सभी सरकारी, गैर सरकारी, निजी संस्थानों, निजी आवासों और कार्यालय आदि पर ध्वज फहराया जाएगा. विभागीय आकड़ो के अनुसार राजस्थान के सभी संभागो में 5-5 लाख से अधिक तिरंगा लगाने की योजना है.
यह है तिरंगा योजना कैंपेन
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लगाए जा रहे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को लेकर विभिन्न कार्य योजना बनाई गई है. अधिकारियों को कैंपेन चला कर योजना को सफल बनाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है. मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने बताया कि हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो जागरूकता को लेकर रोडवेज बसों, बस स्टैंड, पोस्टर, बैनर, पम्पलेट्स लगाए जायेंगे.
इसके अलावा इंटर स्टेट, वीडियो, डीलक्स बसों आदि में रिकार्डेड संदेश, जिंगल्स बजाए और दिखाया जाए. साथ ही यात्रियों को झंडे भी विक्रय किया जा सकता है. विद्यालय और कॉलेज के शिक्षकों और प्रधानाचार्य के द्वारा जागरूकता कार्य किया जाए. विद्यालयों में तिरंगे से संबंधित विशेष सभाएं, असेंबली हो. सोशल मीडिया पर ’हर घर तिरंगा के फोटो साझा किए जाएं और उन पर राज्य, जिला, विद्यालय का नाम हो और आजादी के अमृत महोत्सव हैंडल पर टैग किया जाए.
स्कूल और कॉलेज में शिक्षक-अभिभावक बैठक के समय हर घर तिरंगा कार्यक्रम के बारे में बताया जाए. पंचायत स्तर पर प्रत्येक ग्राम में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के क्रय-विक्रय केंद्रों की स्थापना, स्थानीय टेलरिंग ग्रुप के सहयोग से तिरंगा निर्माण और वितरण में सहयोग करने, पंचायतों द्वारा तिरंगा आपूर्ति और विक्रय, पंचायतों द्वारा झंडों का स्थानीय आवश्यकतानुसार खरीद करने के निर्देश दिए हैं.
जबकि स्थानीय नेतृत्व के साथ सभी सरकारी कार्यालयों एवं भवनों पर झंडारोहण करने, स्वास्थ्य विभाग में स्थानीय भाषा के पम्पलेट्स, स्टेंडी, बैनर, पोस्टर स्थानों प्रदर्शित करने, तिरंगा पर सूचना सहित फिलप बुक्स एएनएम को दी जाए. चिकित्सालय के प्रतीक्षा लॉबी में डिजिटल स्क्रीन लगाए जाने के निर्देश दिए है.
योजना में हटाई गई खादी के तिरंगे की बाध्यता
केंद्र सरकार की ओर से इस योजना को सफल बनाने के लिए फ्लैग कोर्ट में परिवर्तन किया गया है. इसके तहत इस की धारा 1. 2 में 30 दिसंबर 2021 को परिवर्तन कर खादी के तिरंगे झंडे की बाध्यता हटा कर हाथ का काता, बुना हुआ मशीन से निर्मित, कॉटन, पॉजिस्टर, ऊनी, सिल्क, खादी आदि से बने तिरंगे झंडे को भी अनुमत कर दिया गया है. जिससे ज्यादा से ज्यादा देशवासी तिरंगा लगा सके. एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 11 से 17 अगस्त तक हर जगह झंडा कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. इसके तहत सभी सरकारी, गैर सरकारी, निजी संस्थानों, निजी आवास और कार्यालय आदि स्थानों पर तिरंगा फहराया जाएगा इस संबंध में सरकार की तरफ से आदेश प्राप्त हो चुके हैं. अभियान के तहत पंचायत गांव में झंडे के विक्रय केंद्र लगाए जाने के साथ ही लोग राशन की दुकानों से भी जनता खरीद सकेंगे.
हर घर तिरंगा’’ अभियान से हर नागरिक को जोड़ने की भावना
ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव अपर्णा अरोरा ने स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हर घर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाए जाने सम्बन्धी राष्ट्रीय अभियान ‘‘हर घर तिरंगा’’ को प्रदेश में पूरी सफलता से क्रियान्वित करने के लिए व्यापक तैयारियां करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. प्रमुख शासन सचिव अरोरा ने कहा कि यह अभियान कोई आम अभियान नहीं होकर पूरे राष्ट्र के लिए एक भावनात्मक अवसर है.
इस अवसर के प्रति हर स्तर पर लोगों को जागरूक करते हुए उन्हें इस अभियान से दिल से जुड़ने और अपने-अपने घरों, प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करें. साथ ही अधिक से अधिक भामाशाहों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों का इसमें सहयोग प्राप्त करने का प्रयास करें. ग्रामीण क्षेत्र के अलावा नगरीय क्षेत्रों में भी राजकीय कार्यालयों, व्यावसायिक एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों पर अभियान के दौरान तिरंगा फहराया जाएगा.
उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों को झण्डा लगाने के लिए प्रेरित करते समय झण्डा संहिता की आधारभूत बातों की जानकारी भी दी जाए. उन्हें बताया कि जाए कि किस प्रकार घरों एवं प्रतिष्ठानों पर तिरंगा फहराया जाए एवं अभियान के बाद उसे ससम्मान उतारकर सहेजा जाए.
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