Jaisalmer News: राजस्थान (Rajasthan) सरकार ने सबसे बड़े जिले जैसलमेर की पुलिस कमान दूसरे जिले के एसपी को दे दी है. पुलिस महानिदेशक ने सोमवार को आदेश जारी किया है. जबकि, जैसलमेर पुलिसिंग के हिसाब से बड़ा चुनौतीपूर्ण है. जैसलमेर (Jaisalmer) जिला प्रदेश का अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर वाला जिला है. सबसे बड़े क्षेत्रफल वाले जिले के एसपी 30 अप्रैल को रिटायर हो गए हैं. पद खाली हो गया है. ऐसे में अब लगभग एक हफ्ते बाद बाड़मेर (Barmer) के एसपी को कमान सौंप दी है. जबकि प्रदेश में 30 से अधिक एसपी रैंक के आईपीएस मौजूद हैं.


बताया जा रहा है कि राजस्थान में काबिल अधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी पोस्टिंग नहीं मिल पा रही है. राजस्थान में इस समय करीब 195 आईपीएस अधिकारी मौजूद हैं. जिनमें से 30 आईपीएस एसपी रैंक के हैं. फिर भी उन्हें जिले में तैनाती न देकर जिले को बिना एसपी के ही चलाया जा रहा है. इस बात को लेकर चर्चा तेज हो गई. ट्रांसफर लिस्ट भी आने में देरी हो रही है. कई अफसरों का प्रमोशन भी रोका गया है और कुछ को पोस्टिंग नहीं दिए जाने की चर्चा है.


पुलिस प्रशासन का दावा, यह है रूटीन व्यवस्था
8 मई को राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने आदेश जारी किया है. जिसमें लिखा है कि एसपी दिगंत आनंद बाड़मेर एसपी के पदभार के साथ साथ जैसलमेर एसपी के रिक्त पदभार का अतिरिक्त कार्यभार भी संभालेंगे. आनंद इससे पहले चुरू के एसपी के पद पर कार्यरत थे. चुरू से उनका तबादला बाड़मेर के लिए हुआ है. अब 8 दिनों के बाद डीजी उमेश मिश्रा ने नए आईपीएस की तैनाती होने तक बाड़मेर एसपी को जैसलमेर एसपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया है. वहीं, पूछे जाने पर  पर एडीजीपी कार्मिक अनिल पालीवाल का कहना है कि यह रूटीन व्यवस्था. इसमें कुछ नया नहीं है.


ये भी पढ़ें-


Rajasthan: पायलट अजमेर से ही क्यों शुरू करना चाहते हैं 'जन संघर्ष पदयात्रा', ये है इसके पीछे की कहानी