Kota Central Jail: कोटा का केंद्रीय कारागार देश में अपनी खूबियों के लिए अलग ही पहचान रखता है. जेल प्रशासन के साथ कैदियों द्वारा किए जा रहे कार्य लोगों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं. लोग अपराध की दुनिया से दूर हो रहे हैं. इस जेल में खुली जेल हैं जहां लोग आराम से घूम फिर सकते हैं, वहीं कई लोग सुबह जाते हैं और शाम को आते हैं.


इसके साथ ही कई प्रोडक्ट जेल में बनाए जा रहे हैं जिसमें रोजमर्रा की वस्तुएं यहां नियमित प्रतिदिन बनाई जाती हैं और इन सभी कार्यों को कैदी कर रहे हैं, इससे प्राप्त आय को इनके परिवार में भेजा जा रहा है. इस बार इस जेल में भागवत कथा का आयोजन लोगों में चर्चा का विषय है.


26 मई तक आयोजित की जाएगी भागवत कथा 
केंद्रीय कारागार कोटा पर बंदियों के धार्मिक व आध्यात्मिक ज्ञानोपार्जन के लिए ग्राम पंचायत सांवर अजमेर के विश्वजीत सिंह शक्तावत के सहयोग से भागवताचार्य जुगल किशोर महाराज की भागवत कथा का चलचित्र के माध्यम से कथा श्रवण करवाई जा रही है. भागवत कथा का शुभारंभ जसवंत सिंह उपाधीक्षक केंद्रीय कारागार कोटा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कारागार में नवनिर्मित पोर्टाहट में किया गया.


कारागार में बंदियों एवं जेल स्टाफ द्वारा अधिकाधिक संख्या में भाग लेकर कथा का रसपान किया जा रहा है. कारागृह में 20 मई से शुरू हुई भागवत कथा 26 मई तक चलेगी. यहां नियमित रूप से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है.


पहले भी हो चुके हैं कई सराहनीय कार्य 
कोटा जेल में इससे पूर्व भी कई कार्य आयोजित किए जा चुके हैं. इन कार्यों में सबसे बड़ा कार्य कैदियों के द्वारा पेट्रोल पंप जलाया जा रहा है. यह भी राजस्थान में अपने आप में एक बेहतरीन उदाहरण हैं जहां जेल में बंद सजायाफ्ता कैदियों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षण देकर पेट्रोल पम्प चलाया जा रहा है, जिसमें लाखों की इनकम हो रही है. अब ये पम्प 24 घंटे संचालित होने जा रहा है. इसके साथ ही कोटा जेल का अपना बैंड शादी समारोह में जा रहा है, आर्केस्ट्रा, जेलवाणी, घरेलू उत्पाद बनाना सहित कई कार्य हो रहे हैं.


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