Rahul Gandhi in Bundi: भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शनिवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) बूंदी जिले के अरनेठा में कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स से मिले. यहां उन्होंने स्टूडेंट्स से शिक्षा व्यवस्था, संसाधन, करियर के मुद्दे पर खुलकर करीब पौन घंटे तक बात की. राहुल ने भी छात्रों के सवालों पर अपना मत रखा. कुछ स्टूडेंट्स ने समस्याएं बताईं तो उन्हें समाधान भी उपलब्ध करवाए गए.
ये सभी वे स्टूडेंट्स थे जिन्हें राज्य सरकार की 'अनुप्रीति योजना' के अंतर्गत कोचिंग दी जा रही है. इस चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jai Ram Ramesh) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) भी मौजूद रहे.
छात्र की समस्या का राहुल गांधी ने किया तुरंत समाधान
राहुल गांधी से चर्चा के दौरान एक छात्र दुर्गेश वैष्णव ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि मैं सवाई माधोपुर के खण्डार तहसील के गांव झौपड़ी सुमनपुरा से हूं, यहां आठवीं तक ही स्कूल है. लड़के तो इसके बाद बाहर जाकर पढ़ लेते हैं लेकिन लड़कियों की पढ़ाई छूट जाती है. इसलिए वहां स्कूल 12वीं तक होना चाहिए. इसके बाद राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ इशारा किया और तुरंत अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए.
एक स्टूडेंट का मौके से ही हुआ ताइक्वांडो एकेडमी में एडमिशन
इसी तरह एलन स्टूडेंट खुशी मेघवाल ने कहा कि मैं इंजीनियरिंग करना चाहती हूं और साथ में ताइकवांडो भी सीखना चाहती हूं. इसकी कोई कोचिंग नहीं है, फिलहाल मैं यू-ट्यूब से सीख रही हूं. इसके बाद खुशी का नयापुरा स्टेडियम में संचालित की जाने वाली ताइकवांडो अकेडमी में एडमिशन करवाया गया. इसी तरह एक अन्य छात्रा ने कहा कि मेरा रुझान गायन में है तो उसके लिए भी एक्सपर्ट्स उपलब्ध करवाने की बात कही.
राहुल बोले- लक्ष्य को जानो और मेहनत करो
स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप सभी इंजीनियरिंग या मेडिकल की कोचिंग कर रहे हैं. मैं कन्याकुमारी से चलकर यहां तक आ रहा हूं, बच्चों से बात करता हूं तो हर बच्चा डॉक्टर या इंजीनियर बनने की बात कहता है, ऐसा क्यों, आप स्वयं बनना चाहते हैं या किसी दूसरे की इच्छा इसमें शामिल है? आपको खुद को जानना चाहिए, इसके बाद देखना चाहिए कि आपकी इच्छा क्या है, फिर अपने लक्ष्य को पहचाने और उसे पाने के लिए मेहनत करें. यदि ऐसा करेंगे तो आप अपना बेस्ट दे सकेंगे और उस क्षेत्र में देश को आगे ले जा सकेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को भी ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए. उनके विजन और उनके इंट्रेस्ट को समझना चाहिए.
मल्टीपल करियर ऑपशन्स की सोचें
स्टूडेंट्स से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि आप लोग डॉक्टर या इंजीनियर बनने तक ही सीमित क्यों रहते हैं, इस पर स्टूडेंट्स बोले... क्योंकि हम दूसरे क्षेत्रों में करियर के बारे में नहीं जानते. इस पर राहुल गांधी ने कहा ये हमारी शिक्षा व्यवस्था की कमजोरी है. आप दूसरे विषयों के बारे में सोचें, उनमें करियर की संभावनाओं को समझें, दूसरे विषय या इनके अलावा किस-किस क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है यह जानें, एक्सपर्ट्स से मिलें और समझें. उन्होंने छात्रों से कहा कि मल्टीपल करियर ऑपशन्स को समझेंगे तभी कुछ अलग कर सकेंगे.