Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले की एसीबी (ACB) ने कार्यवाई करते हुए पंचायत समिति में ग्राम विकास अधिकारी को तीन हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ग्राम विकास अधिकारी द्वारा नरेगा का जॉब कार्ड बनवाने और ऑन लाइन करने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी. ग्राम विकास अधिकारी ने परिवादी से सात हजार रुपये मांगे थे और चार हजार रुपये पहले ही ले लिए थे. परिवादी द्वारा ग्राम विकास अधिकारी को आज बाकी के तीन हजार देने थे, लेकिन दूसरी किश्त देते समय एसीबी ने ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार ग्राम विकास अधिकारी आसिक खान के पास पहाड़ी की भौरी पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी का चार्ज है. क्षेत्र के खल्लुका गांव के रहने वाले रमेश अपने भाई विकास का नरेगा का जॉब कार्ड बनवाना चाहता था. इसके लिए वह पंचायत समिति में पहुंचा और अपने भाई का जॉब कार्ड बनाने की बात की. इस पर ग्राम विकास अधिकारी आशिक खान ने जॉब कार्ड बनवाने और उसे ऑनलाइन करने के एवज में 7 हजार की रिश्वत मांगी. ग्राम विकास अधिकारी आशिफ खान ने 14 जनवरी को रमेश से 4 हजार रुपये ले लिए और बाकी के 3 हजार रुपये आज देने थे.
अधिकारी के दलाल के पकड़ा रंगे हाथों
वहीं दूसरी किश्त के तीन हजार रुपये देने से पहले परिवादी रमेश ने एसीबी में आशिक खान की शिकायत की थी. एसीबी ने रमेश की शिकायत का सत्यापन करवाया. वहीं आज रमेश दूसरी किश्त के 3 हजार रुपये ग्राम विकास अधिकारी आशिक खान को देने के लिए गया तो ग्राम विकास अधिकारी ने पास ही में स्थित चाय की थड़ी पर पैसे दिलवा दिए. एसीबी टीम ने तुरंत रामखिलाड़ी दलाल को पकड़ लिया. दलाल की पैंट की जेब से एसीबी ने 3 हजार की रिश्वत बरामद की और ग्राम विकास अधिकारी और उसके दलाल रामखिलाड़ी को गिरफ्तार कर लिया.