Bhilwara News: पुलिस को चोरी, लूट, हत्या जैसे कई अन्य अपराधों के मामलों का खुलासा करते हुए देखा होगा लेकिन राजस्थान में पुलिस के पास आए एक मामले ने सभी को चौंका दिया. मामला था गाय के मालिकाना हक का. भीलवाड़ा जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में गाय पर महिला पुरुष दावेदार पैदा हो गए. दोनों के बीच विवाद में रोचक तरीके से अनुसंधान हुआ और वास्तविक मालिक को गाय सौंप दी गई.
गाय के दो दावेदारों से मामला पेचीदा
वैभवनगर में रहने वाले प्रहलाद मीणा नामक व्यक्ति ने थाने में गाय की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. उसने बताया कि तलाशी के बावजूद गाय नहीं मिली. गाय को पकड़कर पड़ोस में ही रहने वाली एक महिला ने घर पर बांध लिया है. मांगने पर महिला गाय को अपना बता रही है. मीणा ने गाय को लंबे समय से पालने का दावा किया.
रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों पक्षों को गाय सहित थाने तलब किया गया. काफी देर समझाइश की लेकिन कोई भी पक्ष मानने को तैयार नहीं हुआ. आखिरकार पुलिस ने तरकीब अपनाई. गाय को खुला छोड़ दोनों पक्षों को गाय के आगे-आगे चलने के लिए कहा. हिदायत दी कि कोई भी रास्ते में जोर जबरदस्ती नहीं करेगा. गाय जिसके साथ घर तक चली जाएगी, उसकी होगी. दोनों पक्ष पुलिस की तरकीब पर सहमत हुए.
विवाद सुलझाने की अनोखी तरकीब
पुलिसकर्मी भी ध्यान रखने के लिए दोनों के पीछे-पीछे चले, लेकिन गाय महिला के साथ नहीं गई बल्कि सड़क किनारे पेड़ की छांव में सुस्ताती रही और गायों के एक झुंड में चली गई. पुलिस ने दोनों पक्षों को गाय सौंपने से मना कर दिया. कहा कि गाय को दोनों ही छोड़ दें. जब गाय किसी के भी पास नहीं रखने का निर्णय हो गया तो कुछ घंटे बाद दोनों पक्ष समझौते पर तैयार हुए. फिर पुलिस ने भी घर में गाय बांधने की जगह देखी और उसी को सौप दी.
थानाधिकारी डीपी दाधीच ने बताया कि जिस महिला ने गाय के मालकिन होने का दावा किया था उसके पास गाय बांधने की जगह थी और ना ही गाय पालने जैसे सबूत मिले. दूसरी तरफ प्रहलाद मीणा के घर गाय पालने की जगह पाई गई. लिहाज वास्तवकि मालिक प्रहलाद मीणा को गाय सौंप दी गई.