Rajasthan: BJP के पूर्व विधायक सहित 400 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज, राहुल गांधी की यात्रा के दौरान करने जा रहे थे प्रदर्शन
Bharat Jodo Yatra के दौरान प्रदर्शन करने जा रहे बीजेपी के सांगोद से पूर्व विधायक हीरालाल नागर समेत 24 लोगों पर नामजद व 400 अन्य के खिलाफ उपद्रव करने की कोशिश करने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
Rajasthan News: राहुल गांधी (Rahul Gandi) की 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान दरा क्षेत्र में प्रदर्शन करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक हीरालाल नागर सहित सैकड़ों किसान व कार्यकर्ताओं ने कनवास में प्रदर्शन किया था और जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया था. इस दौरान विवाद होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके बाद मामला और गरमा गया. इसके बाद कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और कनवास रोड जाम कर दिया. इस मामले में पुलिस ने अब मामला दर्ज किया है. पुलिस ने पूर्व विधायक हीरालाल नागर सहित 400 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
24 नामजद 400 अन्य के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने कनवास थाने में मामला दर्ज किया है. बीजेपी के सांगोद से पूर्व विधायक हीरालाल नागर समेत 24 लोगों पर नामजद व 400 अन्य के खिलाफ उपद्रव करने की कोशिश, लोक सेवक को डराकर चोट पहुंचाने, गैरकानूनी जमावड़े, बाधा उत्पन्न करने, सुरक्षा में खतरा उत्पन्न करने जैसी धाराओं में केस दर्ज किया है. प्रदर्शनकारी दरा की तरफ जाने के लिए अड़ गए थे, समझाइश पर नहीं माने और सड़क पर बैठ गए. सभी को रोड़ से साइड में करवाकर आवागमन चालू करवाया तो इन लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
इसमें आरएसी कांस्टेबल समुंदर सिंह भाटी, कांस्टेबल सुरेश, प्रदीप व अन्य को चोटें आई. शिकायत पर कनवास पुलिस ने पूर्व विधायक हीरालाल नागर, ओम नागर, राजेन्द्र, रामप्रसाद गुर्जर, दुष्यंत शर्मा, गोविंद पालीवाल, बनवारी सोनी, समेत 24 नामजद व 400 अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 149, 332, 353, 283, 336 में मामला दर्ज किया.
10 से 12 लोगों के आईं थी चोटें
'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान राहुल गांधी को कर्ज माफी का वादा याद दिलाने के लिए 6 दिसंबर को पूर्व विधायक हीरालाल नागर की अगुवाई में बीजेपी कार्यकर्ता व किसान दरा की तरफ जा रहे थे. आवां चौराहे कनवास पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया. कार्यकर्ता जबरन जाने लगे तो पुलिस व प्रदर्शनकारियों में धक्का मुक्की हुई उसके बाद पुलिस ने पहले लाठियां भांजी उसके बाद जब कार्यकर्ता नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पत्थर भी फेंके. वहीं लाठीचार्ज में पूर्व विधायक समेत 10-12 प्रदर्शनकारी चोटिल हुए. पुलिस के जवानों को भी चोट लगी थी, उसके बाद लंबी वार्ता के बाद मामला शांत हुआ. वहीं कुछ दिन बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया, जिससे अब राजनीति गरमा गई है.