Rajasthan News: राजस्थान में जुलाई महीने की 26 व 27 जुलाई को अतिवृष्टि होने के बाद कई जगह लोगों के डूबने से मौत की घटनाएं सामने आई हैं. इनमें से रविवार 31 जुलाई को हुईं दोनों घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संवेदना जताते हुए ट्वीट किया था. सीएम गहलोत के दोनों ट्वीट को लेकर अब सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है तुष्टिकरण की राजनीति के आरोप भी लग रहे हैं.
दरअसल पहली घटना में हिन्दू समुदाय के पांच बच्चों की मौत हुई थी. इस पर मृतकों के प्रति सीएम की ओर से संवेदनाए ही व्यक्त की गईं थी. जबकि दूसरी घटना में मुस्लिम समुदाय के 2 बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी. इस मामले में सीएम गहलोत ने संवेदना व्यक्त करने के साथ दो मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के तहत 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की थी.
वहीं अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट के बाद प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी नेता लगातार सीएम गहलोत पर हमला बोल रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर बहस छिड़ गई है. इस पर लोग अपने-अपने रिएक्शन दे रहे हैं. इस मामले को लकर सीएम गहलोत पर तुष्टीकरण का आरोप लग रहे हैं.
दरअसल रविवार 31 जुलाई को श्रीगंगानगर में रामसिंहपुर गांव के खेत में बनी डिग्गी में डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गई थी. पांचों बच्चों की उम्र 10 से 13 साल के बीच थी. इनमें भावना, अंकित, निशा, राधे और अंशु शामिल थे. ये पाचों बच्चे मजदूर परिवार के थे. इस हादसे पर मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए संवेदना व्यक्त की थी.
पांच लाख के मुआवजे का एलान
वहीं रविवार को ही जोधपुर जिले के फलोदी स्थित बेंगटी कलां गांव में तालाब किनारे सेल्फी लेते समय दो युवक तालाब में गिर गए. इस हादसे में 21 वर्षीय रहमतुल्लाह और 20 वर्षीय अकरम की मौत हो गई. इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए संवेदना जताई और चिरंजीवी योजना के तहत मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए के मुआवजे का एलान किया.
सतीश पूनिया ने घेरा
इस मामले को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सीएम गहलोत पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "दो अलग अलग दुर्घटनाओं पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय के अलग-अलग ट्वीट है और यदि येह सत्य है तो दुर्भाग्यपूर्ण भी है और पराकाष्ठा भी है."
राजेंद्र राठौड़ ने लगाया आरोप
पूनिया के अलावा उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मृतक हिन्दू बच्चों के प्रति केवल संवेदना और मुस्लिम मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा. यह तुष्टीकरण नहीं तो और क्या है.
अमित मालवीय ने भी साधा निशाना
वहीं बीजेपी आईटी सेल के नेश्नल इंचार्ज अमित मालवीय "एक दिन. राजस्थान में दो दुखद घटनायें. एक परिवार के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल संवेदना से ग्रसित था, उन्होंने 5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया, शोकाकुल परिवार की हिम्मत भी बढ़ाई मगर दूसरे परिवार के लिए मात्र सांत्वना. मुआवजा धर्म देख कर ये है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म."
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