Jodhpur News: जोधपुर से बाड़मेर की तरफ जा रहे हैं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को धवा के नजदीक डोली राजगुरु गांव के पास हाईवे पर काले झंडे दिखाकर प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में कुछ लोग काले झंडे लेकर सड़क पर आ गए और गजेंद्र सिंह शेखावत का विरोध में नारे लगाने लगे. इसके वजह से केंद्रीय मंत्री का काफिले को एक बार धीमा भी करना पड़ा पर बाद में काफिला वहां से निकल गया. दरअसल मनोज सिंह यात्रा कांड की जांच सीबीआई से कराने के लिए राज्य सरकार के द्वारा स्वीकृति देने के बावजूद केंद्र की ओर से इस प्रकरण की जांच सीबीआई से नहीं होने से राजपुरोहित समाज नाराज चल रहा है. इस कारण ही गजेंद्र सिंह शेखावत को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.  


गजेंद्र सिंह शेखावत को दिखाए गए काले झंडे
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज बाड़मेर किसान मेले के आयोजन में शामिल होने के लिए जा रहे थे. उस दौरान धवा डोली गांव के पास उनका काफिला निकल रहा था उसी दौरान कुछ युवक सड़क पर आ गए और काफिले को रोकने का प्रयास किया साथ ही काले झंडे दिखाकर गजेंद्र सिंह शेखावत का विरोध किया सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया है कि राजपुरोहित समाज के लोगों ने विरोध किया था.


समाज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह से इसलिए नाराज है कि मनोज सिंह नेतरा प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की गई थी इसकी सीबीआई जांच नहीं होने के चलते समाज में भारी आक्रोश है मनोहर सिंह राजपुरोहित नेतरा संघर्ष समिति से जुड़े लोगों ने बीजेपी के पाली सांसद टी पी चौधरी से भी मुलाकात की थी केंद्र चल सकती मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भी इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई थी.


राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की मांग स्वीकारी
राजपुरोहित समाज के द्वारा मनोहर सिंह नेत्रा प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग की इस मांग को राज्य सरकार के द्वारा स्वीकार किया गया राज्य सरकार ने इस अपहरण मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की स्वीकृति मिलने के बाद राज्य के गृह विभाग ने केंद्र सरकार को सिफारिशी चिट्ठी भेज दी थी.


पाली जिले के सुमेरपुर निकटवर्ती नेतरा गांव निवासी 16 वर्षीय मनोहर राजपुरोहित 23 नवंबर 2016 को फालना के कोचिंग क्लास गया था. उस के बाद वापस घर नहीं लौटा. अज्ञात लोगों द्वारा मनोहर राजपुरोहित का अपहरण कर लिया. जिसकी प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस थाना फालना में दर्ज हैं. अपहरणकर्ताओं द्वारा कई बार फिरौती के लिए पत्र भी घर भेजे गए. पीड़ित परिवार अपहरणकर्ताओं की ओर से बताए गए स्थान पर 25 लाख रूपए लेकर गए लेकिन वहा पर कोई नहीं मिला.


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