Rajasthan: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur)जिले में लोगों द्वारा आम जनता की बात नहीं सुनने का आरोप जिला प्रशासन के अधिकारियों पर लगाया जा रहा है. लेकिन आज आम जनता के आरोपों की पुष्टि खुद राजस्थान सरकार में बैठे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने की है. 3 अगस्त को भरतपुर के सर्किट हाउस में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह का जनसुनवाई का कार्यक्रम था, जिसे उन्होंने रद्द कर दिया है.


मंत्री विश्वेंद्र सिंह का कहना है कि हमारे मुख्यमंत्री और राजस्थान सरकार का उद्देश्य राज्य के गरीब और आम लोगों की बात सुनना और उनकी समस्याओं का समाधान करना है. लेकिन जिले के अधिकारी गरीबों की एक नहीं सुन रहे हैं.


आम जनता को नहीं होता सुनवाई का लाभ


भरतपुर जिले के डीग कुम्हेर से कांग्रेस विधायक और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि हर बार मंत्रियों और अधिकारियों द्वारा समय-समय पर जनसुनवाई की जाती है. लेकिन आम जनता को इसका लाभ नहीं मिलता है. जनसुनवाई में लोग दूर-दराज इलाकों से किराया भाड़ा खर्च कर परेशानी झेलते हुए आते हैं. लेकिन जो गरीब जन सुनवाई में शिकायत लेकर आते हैं, अधिकारी आम जनता के काम नहीं आते है. जनसुनवाई में आने वाले अधिकारी आम जनता की समस्याओं का समाधान नहीं करते हैं तो ऐसी जन सुनवाई का कोई फायदा नहीं है.


कैबिनेट मंत्री ने क्या कहा


मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा, "मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य की आम जनता और गरीबों के विकास के लिए तैयार हैं. आम जनता, गरीबों और किसानों के विकास के लिए दिन-रात काम करते हुए मुख्यमंत्री ने अलग से कृषि बजट दिया है." विश्वेंद्र सिंह ने कहा, "उनका उद्देश्य गरीबों और आम लोगों की समस्याओं का समाधान करना है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूरे जिले में, खासकर मेरे विधानसभा क्षेत्र में  रोड सैंक्शन किया था. लेकिन जिले के अधिकारियों ने अभी तक इसका सर्वेक्षण नहीं कराया है. यही कारण है कि मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कल होने वाली जनसुनवाई को रद्द कर दिया है."


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