Rajasthan News: पुष्कर में मंत्री अशोक चांदना पर जूते फेंकने के मामले में पुलिस का एक्शन, पांच के खिलाफ केस दर्ज
थानाधिकारी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पुलिस ने आक्रोशित लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं रुके. जबरन धक्का देते हुए मंच की ओर आगे बढ़ने लगे.
Rajasthan News: पुष्कर में सोमवार को गुर्जर आरक्षण समिति के सुप्रीमो रहे स्वर्गीय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थि विसर्जन से पहले आयोजित गुर्जर महासम्मेलन में खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना पर जूते-चप्पल फेंकने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज किया है.
पुष्कर थाना प्रभारी रविश ने इस घटना को लेकर मुकदमा दर्ज करवाते हुए बताया कि गत 12 सितंबर को पुष्कर मेला मैदान में गुर्जर समाज ने सभा का आयोजन किया था. मंच पर कई जनप्रतिनिधि और विशिष्ट अतिथि मौजूद थे. इस दौरान रामपुरा गांव के सांवर लाल गुर्जर, डूमाडा के गिरधारी, बस्सी गांव निवासी गोपाल गुर्जर, तिलोरा गांव के विक्की गुर्जर व जगमाल गुर्जर ने अन्य लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों के भाषण के दौरान व्यवधान किया. सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आक्रोशित होकर हंगामा किया.
मंच पर फेंके जूते-चप्पल और खाली बोतलें
थानाधिकारी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पुलिस ने आक्रोशित लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं रुके. जबरन धक्का देते हुए मंच की ओर आगे बढ़ने लगे. आरोपियों ने राजकार्य में बाधा पहुंचाते हुए जनप्रतिनिधियों पर हमला करने की नीयत से मंच की ओर जूते-चप्पल, पानी की खाली बोतलें फेंकी. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों ने काफी मशक्कत के बाद इन प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण में करके जनप्रतिनिधियों की जान-माल की सुरक्षा की.
पुष्कर में हुआ था यह विवाद
गत 12 सितंबर को पुष्कर में गुर्जर आरक्षण समिति के सुप्रीमो रहे स्वर्गीय कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन करने से पहले आयोजित गुर्जर महासम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भेजा गया श्रद्धांजलि संदेश पढ़ रहे खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना पर गुर्जर समाज के लोगों ने जूते-चप्पल फैंके. प्रदर्शनकारी सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. घटना के वक्त मंच पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, सीएम अशोक गहलोत के पुत्र व राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत, देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, राजेंद्र राठौड़, कर्नल के पुत्र विजय सिंह बैंसला सहित कई नेता मंच पर मौजूद थे.
अचानक हुई इस घटना से अजमेर जिला प्रशासन और पुलिस के हाथ-पांव फूल गए. कई नेता मंच से उतरकर रवाना हो गए. पुलिस ने उन्हें घेराबंदी के बीच सुरक्षित बाहर निकाला. इस महासम्मेलन में भाग लेने के लिए राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा व अन्य राज्यों से गुर्जर समाज के लाखों लोग पुष्कर पहुंचे थे.
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