Alwar News: आजकल मोबाइल हमारी जिंदगी का एक जरूरी हिस्सा बन गया है. दिन का एक बड़ा हिस्सा लोगों का मोबाइल के इस्तेमाल के साथ गुजरता है. वहीं पिछले कुछ सालों से मोबाइल में ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज बहुत तेजी से बढ़ा है और अब ये ऑनलाइन गेमिंग बच्चों जिंदगी के लिए खतरा बनती जा रही है. ये ऑनलाइन गेम बच्चे के दिमाग पर कितना असर डाल रहे हैं इसका एक उदहारण अलवर में सामने आया है. 


दरअसल, ऑनलाइन गेम में लगातार मिली हार से बच्चे के दिमाग पर इतना असर हुआ कि उसका शारीरिक और मानसिक संतुलन खो बैठा. दावा है कि फ्री फायर गेम में मिल रही लगातार हार से बच्चे के दिमाग पर इतना प्रभाव पड़ा कि वह अपनी पुरानी जिंदगी को भूल गया है और पिछली जिंदगी के बारे में कुछ भी नहीं बता पा रहा है.



ऑनलाइन गेम का हुआ शिकार 
इस मामले को लेकर अलवर के बौद्धिक दिव्यांग स्कूल के स्पेशल टीचर भवानी शर्मा ने बताया, "हमारे यहां एक बच्चा आया है जो हमने असेसमेंट किया है और जैसे परिजनों ने बताया है कि बच्चा पबजी और फ्री फायर जैसे घातक गेम का शिकार हुआ है. बच्चे ने पड़ोस से वाईफाई कनेक्ट करके इस गेम का इस्तेमाल किया है."


लगातार हार से दिमाग पर हुआ असर
उन्होंने आगे बताया, "खास बात ये है कि इस गेम में बच्चे ने लगातार हार हासिल की है. ये इस तरह का गेम है कि इसमें अगर किसी की हार हो जाती है या तो सुसाइड करता है या फिर शारीरिक और मानसिक संतुलन खो बैठता है. इस बच्चे के साथ भी ऐसा ही हुआ है. ये बच्चा भी अपनी शारीरिक और मानसिक संतुलन खो दिया है. और बच्चा अब एक ऐसी अंधेरी जिंदगी में चला गया है कि उसे पुरानी जिंदगी के बारे में कुछ भी याद नहीं है." 


बच्चे के लिए बनाया ये खास प्लान
उन्होंने आगे बताया कि हमने बच्चे के लिए एक खास फॉर्मेट तैयार किया है. हमने स्पोर्ट्स और एक्सट्रा एक्टिविटी की प्लानिंग की है जिसमें बच्चे को जीत ही दिलानी है, ताकी बच्चे के दिमाग में जो हार का डर है वो बाहर निकल सके. बच्चा जीत को जहन में उतारे और पुरानी जिंदगी में लौट सके.


ये भी पढ़ें


Amavasya Mela: 125 साल पुराना हरियाली अमावस्या मेला 17 जुलाई से शुरू, इसमें एक दिन सिर्फ महिलाओं को ही एंट्री