उदयपुर शहर में एक मेले के दौरान पानीपुरी खाने के बाद कई बच्चे और बड़े बीमार हो गए, जिसमें से करीब 14 को तो हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा. इसमें 14 साल की बच्ची की मौत हो गई. इसके बाद अक्रोशित लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया. इसके बाद शहर के अंबामाता पुलिस ने पानी पताशे बेचने वाले ठेला संचालक के खिलाफ परिजनों की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज किया है. 


यह हुआ मामला

हुआ यूं की 14 साल की मृतक निशा अंबामाता थाना क्षेत्र के ओढ़ बस्ती में रहती थी. इसी क्षेत्र के पास मल्लतलाई में मस्तान बाबा के उर्स का मेला लगा हुए था. इसमें पड़ोसियों के साथ निशा और उसके भाई बहन मेले में गए थे. वहां उसने और छोटे बेटे गिरीश ने पानी पताशे (गोल गप्पे) खाएं. इसके बाद वह घर आए तो दोनो तबियत बिगड़ गई. उल्टी और दस्त होने लगी. पिता पास वाले हॉस्पिटल लेकर गए और दवाई लेकर घर आए.

हालात में सुधार नहीं होने पर उन्हें महाराणा भपाल चिकित्सालय लेकर गए जहा उन्हें भर्ती किया गया. हालात ज्यादा गंभीर होने पर निशा को आईसीयू में शिफ्ट किया लेकिन नहीं बच सकी. निशा की मौत होने के बाद क्षेत्रवासी अक्रोशित हो गए और कलेक्टर पहुंचे. साथ ने भाजपा के पदाधिकारी भी थे. उन्होंने कार्यवाही की मांग की. वहीं हॉस्पिटल में पता चला कि मेले में पानी पताशे खाने के कारण अन्य बच्चे भी भर्ती है. फिर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. 

 

मुकदमा दर्ज किया है, पानी पताशे वाले को पाबंद भी किया था

अंबामाता थानाधिकारी हनवंत सिंह ने बताया कि पिता ने रिपोर्ट दी है कि बेटी निशा ने मेले में सिर्फ पानी पताशे के अलावा कुछ नहीं खाया था और उपचार के दौरान मौत हो है. पानी पताशे संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इससे पहले जब लिखित में रिपोर्ट नहीं आई थी, तो सूचना के आधार पर उसे पाबंद भी किया था. अब आगे की कार्यवाही जारी है.

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