Udaipur News: बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने के लिए अब राजस्थान सरकार प्रतिबद्ध है. इसी कड़ी में आंगनवाड़ियों में बच्चों के साथ गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोषणयुक्त पोषाहार दिया जाने वाला है. अगस्त से इसकी शुरुआत हो जाएगी और आंगनवाड़ी में आने वाले बच्चों को होर्लिक्स की तरह बाल आहार मिलेगा और गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए घरों तक पैकेट पहुंचाए जाएंगे. 


दरअसल अब तक आंगनवाड़ियों में कच्चा राशन दिया जाता था. लेकिन अब गेहूं, दाल और चावल और बच्चों आंगनवाड़ियों में ही मिलेगा. इससे राजस्थान में रहने वाले लाखों बच्चे लाभान्वित होंगे. यह राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत महिला बाल विकास विभाग ने इसकी व्यवस्था की है.


यह मिलेगा पोषाहार
गर्भवती-धात्री महिलाओं और बच्चों को सादा दलिया, मीठा दलिया, मूंग दाल खिचड़ी दी जाएंगे. यह दोनों के लिए कॉमन आहार है. इसके अलावा बच्चों को कॉमन पोषाहार के साथ उपमा और मुरमुरा भी दिया जाएगा. इसमें कैटेगरी भी बनाई गई है. 0-3 साल के बच्चों को उनके घरों में पैकेट पहुंचाए जाएंगे और गर्भवती-धात्री महिलाओं को भी घर पर ही सप्लाई की जाएगी. वहीं 3-6 वर्ष के बच्चों को आंगनवाड़ियों में ही बनाकर दिया जाएगा. आंगनवाड़ियों में बनाने वाली महिला होगी जो चाहे तो अपने घर से बनाकर लाएंगी या आंगनवाड़ियों में बनाएंगी.


पूरी है तैयारी 
विभाग के उपनिदेशक पंकज द्विवेदी ने बताया कि पहले खाद्य विभाग से माल की आपूर्ति होती थी, लेकिन अब सहकारिता विभाग से सप्लाई की जाएगी. राज्य स्तर और बैठक हो चुकी है. उसके बाद जिला स्तर पर पूरी तैयारी है. माल आते ही सप्लाई शुरू कर दी जाएगी.


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