Rajasthan News: नवजात बच्चियों को सरकारी हॉस्पिटल में बने पालने में छोड़ने की कई घटनाएं हुई है, लेकिन चित्तौड़गढ़ जिले के राजकीय हॉस्पिटल में जो हुआ उसे देख सभी चौक गए. यहां रात को मां ने अपनी ही नवजात बच्ची को हॉस्पिटल के पालने में छोड़ दिया, जिसकी ठंड से मौत हो गई. सुबह सफाई कर्मचारी पहुंचे तब पता चला कि पालने में बच्ची है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इधर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने भी इम मामले को संज्ञान में लिया है.
रात के 7 डिग्री तापमान छोड़ा बाहर
उदयपुर संभाग में पिछले तीन दिनों से पारा गिरता जा रहा है और ठंड भी अपना प्रकोप दिखा रही है. ऐसे में चित्तौड़गढ़ में शनिवार को रात में पारा 7.3 डिग्री था. इस ठंडी रात में जहां लोग ऊनी कपड़े पहनकर नहीं बैठ पा रहे थे, वहां किसी ने बच्ची को हॉस्पिटल के पालने में सूती कपड़ों में छोड़ दिया. छोड़ने वालों ने सुबह तक का भी इंतजार नहीं किया. इस कड़ाके की ठंड में बच्ची ने रात में ही दम तोड़ दिया. रात में स्टाफ को भी इसकी जानकारी नहीं हो पाई कि पालने में कोई नवजात है. जब सुबह सफाईकर्मी पहुंची तो पालने में बच्ची को देखा जो बिल्कुल मूवमेंट नहीं कर रही थी. इसके बाद पुलिस चौकी और डॉक्टर को सूचना दी गई. डॉक्टर ने चेकअप के बाद बच्ची को मृत घोषित किया.
ठंड से ही हुई बच्ची की मौत
बाल कल्याण समिति चित्तौड़गढ़ के सदस्य रमेश चंद्र दशोरा ने बताया कि राजकीय महिला और बाल चिकित्सालय के पालना गृह में कोई अज्ञात माता पिता एक नवजात बालिका को पालने में छोड़कर चले गए. बालिका का जन्म अभी 12 घंटे के अंदर-अंदर ही हुआ है. बाल कल्याण समिति ने सदर थाना चित्तौड़गढ़ को सूचना दे दी है और बालिका के अंतिम संस्कार के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दे दिए गए हैं. बच्ची का वजन करीब एक किलो था दरअसल, यहा बच्ची समय से पहले जन्मी थी. रात भर ठंड में रहने के कारण पूरा शरीर ठंडा पड़ चुका था. प्राथमिक रूप से ठंड से ही बच्ची की मौत हुई है.