Bharatpur News: भरतपुर में खनन को रोकने की मांग को लेकर साधु विजय दास के आत्महत्या करने के बाद गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने डीग कस्बे से खदानों को हटाने का एलान कर दिया है. साथ ही सीएम ने कहा कि साधु विजय दास की आत्महत्या को लेकर एक कमेटी बनाई है. वहीं मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर इस मामले को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है. 


'धर्म के नाम पर राजनीति कर रही बीजेपी'
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी खदानों को हटाने का निर्णय लिया गया, फिर भी उन्होंने किन परिस्थितियों में आत्मदाह किया, यह जांच का विषय है. हमने जांच के लिए एक कमेटी बनाई है. बीजेपी धर्म के नाम पर राजनीति करना चाहती है."


'वहां चल रहीं खदाने वैध'
सीएम ने आगे कहा, "वहां चल रही 45 कानूनी खदानें. संतों की मांग है कि वहां की खदानों को बंद कर दिया जाए लेकिन कानूनी खदानों को बंद करने में समय लगता है. मामले में एक प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में जांच शुरू हुई. राजनीति करने वाले नहीं जानते कि ये खदानें अवैध नहीं हैं."


'साधु विजय दास का निधन दुर्भाग्यपूर्ण'
अशोक गहलोत ने कहा, "साधु विजय दास का निधन दुर्भाग्यपूर्ण है. लंबे समय से धार्मिक पर्यटन की मांग चल रही थी. बीजेपी सरकार के दौरान कुछ खानों को स्थानांतरित किया गया था और हमारी सरकार के दौरान कुछ खानों को स्थानांतरित कर दिया गया था, यह सब कानूनी था. पहले 100 खदानें थीं, अब 45 हैं."


ये भी पढ़ें


Rajasthan: पुरानी पेंशन योजना के बाद राज्य कर्मचारियों को एक और सौगात, सीएम गहलोत ने किया ये बड़ा एलान


Rajasthan: कृषि की पढ़ाई करने वाली छात्राओं के लिए खुशखबरी, अब हर साल इतने हजार रुपये देगी गहलोत सरकार