(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kota News: कोचिंग स्टूडेंट को तनाव मुक्त करने के लिए उठाया गया खास कदम, कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
कलेक्टर ने कहा कि कोटा में देशभर के स्टूडेंट्स कोचिंग के लिए आते हैं, हम सभी की जिम्मेदारी है कि उन्हें तनावमुक्त पढ़ाई का माहौल उपलब्ध कराने के साथ घर की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराएं.
Kota News: कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाने के लिए सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना को लेकर कलेक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि कोचिंग स्टूडेंट्स को पढ़ाई का बेहतर माहौल देने के साथ-साथ पौष्टिक भोजन, घर की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई कार्ययोजना का सभी कोचिंग एवं होस्टल एसोसिएशन कडाई से पालना करें.
कलेक्टर ने कहा कि कोटा में देशभर के स्टूडेंट्स कोचिंग के लिए आते हैं, हम सभी की जिम्मेदारी है कि उन्हें तनावमुक्त पढ़ाई का माहौल उपलब्ध कराने के साथ घर की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराएं. उन्होंने सभी कोचिंग और होस्टल संस्थानों में राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्टूडेंट्स के मानसिक तनाव को कम करने के लिए ट्रेंड काउंसलर नियुक्त करने, प्रशासन, पुलिस, हेल्पलाइन नंबर काउंसलर के नंबर सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए.
'हफ्ते में एक दिन हो फन डे'
कलेक्टर ने सभी कोचिंग और होस्टल संस्थानों को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए. उन्होंने विद्यार्थियों की उपस्थिति को कार्ड रीडर के बजाय फेस स्केनर आधारित व्यवस्था से करने का सुझाव दिया, जिससे प्रत्येक बच्चों पर निगरानी रखी जा सके. जिला कलेक्टर ने सभी कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को सुझाव दिया कि वे अपने अपने संस्थानों में सप्ताह में एक दिन सनडे-फन-डे के रूप में गतिविधियां आयोजित करने का सुझाव दिया. जिसमें जिम, योगा, विभिन्न स्पोर्टस गतिविधियां, म्यूजिकल गतिविधियों को शामिल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इससे निश्चित तौर पर मानसिक तनाव को कुछ हद तक कम किया जा सकता है.
'बच्चों को मिले क्वालिटी फूड'
उन्होंने कहा कि मैस संचालकों द्वारा लगातार क्वालिटी फूड नहीं दिए जाने और हॉस्टल के लीज धारकों द्वारा बीच सत्र में किराया बढ़ाने की शिकायतें आती हैं तो जांच करवाकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाी की जाएगी. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ स्वास्थ्य एवं बेहतर आचरण के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा. विद्यार्थियों के तनावमुक्ति के लिए होस्टल, कोचिंग संस्थान में सुधारात्मक कदम उठाने के साथ घर जैसे अपनत्व देते हुए सुरक्षात्मक व्यवस्था के संबंध में कार्य करने होंगे. उन्होंने मेडिकल और इंजिनियरिंग की परीक्षा के परिणामों से पहले सभी कॉचिंग संस्थान विद्यार्थियों के लिए ऑरियंटेशन के कार्यक्रम आयोजित करें.
हॉस्टल के क्षेत्रों में नशे पर लगेगी लगाम
कलेक्टर ने परीक्षा परीणाम में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले विद्यार्थियों के लिए अन्य सेवाओं की जानकारी भी देने के निर्देश दिए. उन्होंने कोचिंग व हॉस्टल के क्षेत्रों में नशे एवं आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए स्थानीय पुलिस को सूचना देकर निगरानी तंत्र भी रखने के निर्देश दिए. अतिरिक्त कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा ने प्रशासन द्वारा पूर्व में जारी की गई गाइडलाइन के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
उन्होंने हॉस्टलों में रह रहे विद्यार्थियों को बीच सत्र में किराए बढ़ाने को गाइडलाइन का उल्लंघन मानते हुए ऐसे सभी हॉस्टल संचालकों को पाबंद करने के निर्देश दिए. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय राजेश मील ने कोचिंग संस्थानों के आस-पास पुलिस की सहायता के लिए होमगार्ड व पीएसओ भी नियुक्त करने के लिए संस्थानों को कदम उठाने की बात कही. इस बैठक में पुलिस अधीक्षक शहर केसर सिंह शेखावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा, सहित कोचिंग व हॉस्टल एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुए.
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