Rajasthan Board Exam News: राजस्थान में बोर्ड परीक्षाओं (Board Exams) को लेकर काफी परेशानियां आ रही हैं. पहले 5वीं और 8वीं बोर्ड के बच्चों की सेंटर दूर करने और समय दोपहर का करने का विरोध झेलना पड़ा था. अब 10वीं और 12वीं की परीक्षा में परेशानी खड़ी हो रही है. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं 24 मार्च से है लेकिन सरकारी स्कूलों (Government Schools) में इससे एक दिन पहले यानी 23 मार्च तक वार्षिकोत्सव मनाने की डेडलाइन तय है. ऐसे में परीक्षा की तैयारियों में जुटे बच्चों के सामने चुनौती खड़ी हो गई है.


स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों के वार्षिकोत्सव की तैयारियों में जुटे होने के कारण बच्चों को शिक्षक से अपने डाउट क्लियर करने में परेशानियां से गुजरना पड़ रहा है और उनके कोर्स का रिवीजन नहीं हो पा रहा है. लगभग ऐसे ही हालात 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के साथ है. उनकी परीक्षाएं 31 मार्च से होनी हैं, लेकिन 8 दिन पहले तक वार्षिकोत्सव आयोजन की तिथि रहने से उनको भी कहीं न कहीं परीक्षा की तैयारी में नुकसान तो उठाना ही पड़ेगा. 


23 मार्च को ह वार्षिकोत्सव
उदयपुर शहर के पास नयाखेड़ा और कानपुर के स्कूल में तो 23 मार्च को वार्षिकोत्सव का आयोजन होना है. हालांकि, इतना जरूर है कि 10वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं को वार्षिकोत्सव में उपस्थिति से छूट है, लेकिन इसके दूसरे पहलू के रूप में उन्हें अध्ययन का नुकसान जरूर उठाना पड़ रहा है. शिक्षक संगठनों का कहना है कि यह स्थिति बोर्ड और समग्र स्कूल शिक्षा परिषद सामंजस्य नहीं होने से पैदा हुई.


प्रदेशभर में 12वीं के 5.59 लाख और 10वीं के 6.98 लाख विद्यार्थी रजिस्टर्ड है. वहीं उदयपुर की बात करें तो 10वीं में 34 हजार 413 और 12वीं में 24 हजार 668 बच्चे परीक्षा में शामिल होंगे. प्रदेश के लगभग हर जिले में वार्षिकोत्सव के कारण बच्चों के सामने यही स्थिति बनती दिखाई दे रही है.


ऐसे हुआ कन्फ्यूजन
शिक्षकों का कहना है कि RBSE ने पहले 3 मार्च से परीक्षाएं करवाने का निर्णय लिया था, लेकिन कोरोना काल की स्थिति के चलते इन्हें स्थगित कर दिया. इसके बाद 10 फरवरी को तय किया गया कि 24 मार्च से परीक्षाएं होंगी. इसके 15 दिन बाद 25 फरवरी को स्कूल शिक्षा परिषद ने मार्च के दूसरे सप्ताह में सभी स्कूलों में वार्षिकोत्सव करवाने के निर्देश जारी कर दिए. फिर 9 मार्च को बीकानेर निदेशालय ने आदेश जारी कर बोर्ड परीक्षार्थियों को वार्षिकोत्सव से मुक्त रखने के आदेश जारी किए.लेकिन बोर्ड वा परिषद सामंजस्य रखते तो संभवतः परीक्षा आयोजन व वार्षिकोत्सव में एक दिन का अंतर नहीं रहता.


उदयपुर के सीबीईओ परमेश्वर श्रीमाली ने बताया कि विभाग की ओर से वार्षिकोत्सव के लिए स्कूलवार तारीख तय की थी. लेकिन स्कूल समारोह हो तारीख बदल सकते हैं. विभाग की ओर से समारोह के लिए उच्च प्राथमिक स्कूलों को 5000 और माध्यमिक उच्च माध्यमिक स्कूलों को 10 हजार का बजट आवंटित किया गया है.


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