Bharatpur: सीआरपीएफ महिला कांस्टेबल ने प्रेमी के साथ मिलकर की पति की हत्या, शव को ऐसे लगाया ठिकाने
Bharatpur Crime News: हत्या के एक मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने आरोपी सीआरपीएफ महिला कांस्टेबल और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अभियुक्त के निशानदेही पर शव बरामद कर लिया है.
Bharatpur Crime News: राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर जिले (Bharatpur) के नरेना चौथ गांव की रहने वाली सीआरपीएफ महिला कांस्टेबल (CRPF Women Constable) ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने मृतक का शव बरामद कर पंचनामा कराया, उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आगे की जांच में जुट गई है.
हत्या का ये पूरा मामला सीआरपीएफ में तैनात दो कांस्टेबल से जुड़ा है. पति का कत्ल करने वाली पूनम जाट पत्नी संजय जाट सीआरपीएफ में कांस्टेबल के पद पर नौकरी करती है. पूनम की शादी साल 2010 में नरेना चौथ निवासी संजय के साथ हुई थी. पूनम का सीआरपीएफ में कांस्टेबल रामप्रताप गुर्जर के साथ अफेयर चल रहा था. कांस्टेबल रामप्रताप की पोस्टिंग नागालैंड में है. इन दोनों ने मिलकर संजय को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया .
पति की हत्या के बाद प्रेमी ने शव को लगाया ठिकाने
हत्या की प्लानिंग के बाद, पूनम ने फोन करके पति संजय को दिल्ली बुलाया था. 31 जुलाई को पति संजय सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गया, वहां पहले से ही मौके पर मौजूद पत्नि पूनम और उसके प्रेमी रामप्रताप गुर्जर ने मिलकर संजय की हत्या कर दी. हत्या के बाद मृतक संजय के शव को लेकर दिल्ली से बानसूर (राजस्थान) पहुंचा और बाईपास रोड पर विवेकानंद पब्लिक स्कूल के पीछे खाली पड़े प्लाट में दफना दिया
आरोपी महिला कांस्टेबल के है तीन बच्चे
जानकारी के अनुसार संजय और पूनम की शादी वर्ष 2010 में हुई थी. पूनम का मायका उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के रायपुर गांव में है, वह लगभग ढाई साल से दिल्ली के द्वारका सेक्टर 8 में मेट्रो स्टेशन पर तैनात है. पूनम और संजय के तीन बच्चे हैं, जिसमें सबसे बड़ी लड़की की उम्र 12 साल है, उससे छोटे बेटे की उम्र 8 और सबसे छोटा बेटे की उम्र 5 साल है. ये बच्चे गांव में ही रहते हैं, बेटी आठवीं क्लास में पढ़ती है और बड़ा बेटा पहली क्लास में पढ़ता है. पूनम का प्रेमी रामप्रताप भी शादीशुदा है और उसके भी दो बच्चे हैं.
परिजनों ने पत्नि और उसके प्रेमी पर जताया था शक
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब परिजनों ने मृतक संजय को फोन को किया, लेकिन उसका फोन बंद मिला. परिजनों ने पत्नि पूनम से संजय के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह दिल्ली आया ही नहीं है. जिसके बाद रिश्तेदारों और घर वालों ने तलाश शुरू कर दी. हताश होकर परिजनों ने 4 अगस्त को संजय की गुमशुदगी की पुलिस थाना खोह में मामला दर्ज कराया, जहां उन्होंने रामप्रतापत और पत्नि पूनम पर हत्या का शक जताया. मृतक के पिता के मुताबिक आखिरी बार संजय से 31 जुलाई को शाम 5 बजे फोन पर बात हुई थी, तो उसने बताया था कि मेट्रो में बैठा हूं पूनम के पास पहुंच कर बात करुंगा. इसके बाद से कोई पता नहीं है.
आरोपी के निशानदेही शव बरामद
मृतक के पिता मनीराम ने बताया कि संजय के गायब होने के बाद, पूनम को छुट्टी लेकर घर आने के लिए कहा तो उसने कहा की छुट्टी नहीं मिल रही अभी कुछ दिन बाद छुट्टी मिलेगी तभी आना होगा. पूनम के इस इनकार के बाद शक और गहरा हो गया. खोह थाने में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपी सीआरपीएफ कांस्टेबल पूनम और उसके प्रेमी रामप्रताप को हिरासत में ले लिया. पुलिस पूछताछ में उन्होंने संजय की हत्या करने की बात कबूल कर लिया है. आरोपी रामप्रताप के निशानदेही पर पुलिस ने शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुटी है.