Rajasthan News: प्रदेशभर की मस्जिदों में माह-ए-रमजान के आखिरी जुमे की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई. जयपुर, अजमेर, टोंक, ब्यावर, भीलवाड़ा समेत लगभग सभी शहरों की मस्जिदों और दरगाहों में अकीदतमंदों ने जुमा-तुल-विदा की नमाज अदा की गई. नमाजियों ने खुदा की बारगाह में एक साथ सिर झुकाकर सजदा किया और अल्लाह से अमन-चैन की दुआ मांगी.


अमन-ओ-सुकून के साथ ईद मनाने की अपील
जुमे की नमाज के बाद मौलाना नईमी ने फरमाया कि रमजान इबादतों और बरकतों का महीना है. रमजान का आखिरी जुमा जुमा-तुल-विदा कहलाता है. ये रमजान के विदा होने का पैगाम है. उन्होंने कौम के लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग ईद-उल-फितर के त्योहार को अमन-ओ-सुकून के साथ मनाएं और अल्लाह की बताई नेक राह पर चलें.


मस्जिद कमेटी ने किए इंतजाम
अप्रैल माह में कड़ी धूप होने की वजह से जामा मस्जिद कमेटी ने नमाज अदा करने के लिए दरियों और टेंट के साथ कूलर की व्यवस्था की थी. जामा मस्जिद में सभी नमाजियों ने सुकून से नमाज अदा की. रमजान के आखिरी जुमे की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद दिखाई दिया. मस्जिदों के बाहर पुलिस तैनात की गई थी.


शब-ए-कद्र की रात में की इबादत
जुमा-तुल-विदा की नमाज से पहले मस्जिदों में शब-ए-कद्र की रात में इबादत की गई. अकीदतमंदों ने नमाज अदा कर दुआएं की. कुरान मुकम्मल कराया गया. फातिहा दुआ के बाद तबर्रूक तकसीम किए गए. तरावीह अदा करा रहे हाफिज और नमाज अदा कराने वाले इमाम हजरात की दस्तारबंदी की गई. नजराना देकर इस्तकबाल किया गया. 


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