Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में मचे सियासी घमासान के बीच राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिर सकती है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच सूबे के मुखिया की कुर्सी को लेकर मचे बवाल के बीच लंबे समय से विवाद जारी है. इन दिनों प्रदेश कांग्रेस में सबकुछ सामान्य भी नहीं है. इसी बात से राजनीति में रूचि रखने वाले सरकार गिरने की चर्चाएं कर रहे हैं. वहीं ऐसी चर्चा करने वालों को कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने आज करारा जवाब दिया है. साथ ही यह भी संकेत दिया कि चंद रोज बाद अन्य दलों के नेता कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
'अफवाहें न फैलाएं'
दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) ने सरकार गिरने की बात पर नाराजगी जाहिर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि "फर्जी खबर ना फैलाएं. कौन गिराएगा सरकार? क्या विधायकों को नहीं लड़ना है कांग्रेस सिंबल पर चुनाव? और इस तरह की गद्दारी करने वालों को जनता पहनाएगी जूतों की माला. भारत जोड़ो यात्रा का नजारा देखो, थोड़े दिनों बाद विपक्षी विधायक भी कई जॉइन करेंगे कांग्रेस."
विधायकों को लेकर कही ये बात
दिव्या ने अपनी बात के जरिए सत्ता पक्ष के विधायकों को यह समझाने का प्रयास किया है कि अगर विधायकों की आपसी गुटबाजी इसी तरह जारी रही तो सत्ता में वापसी संभव न हो सकेगी. अगर किसी विधायक ने पार्टी से गद्दारी की तो उसे जनता माफ नहीं करेगी. अगली बार जब जनता के बीच वोट मांगने जाओगे तो जनता जूतों की माला पहनाएगी. दिव्या का मानना है कि जिस तरह भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समर्थन मिल रहा है उससे ऐसा लगता है अब देश की अन्य पार्टियों के नेता भी जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे.
'अनुशासनहीनता करने वालों को मिले सबक'
एक अन्य ट्विट में दिव्या ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉरपोरेशन के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पर निशाना साधते हुए कहा, "सख्त कार्रवाई हो ताकि यह नजीर पेश हो कि कोई किसी भी पद का व्यक्ति अनुशासनहीनता का हिस्सा बने तो उस पर कार्रवाई होगी. पूरे राजस्थान व भारत में यह संदेश जाएगा कोई इस तरीके की पार्टी विरोधी गतिविधियों का हिस्सा बन आलाकमान को ललकारे, अनुशासनहीनता करेंगे तो उस पर गाज गिरेगी."
गौरतलब है कि इन तीनों नेताओं ने पिछली 25 सितंबर 2022 को जयपुर में कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी अजय माकन की ओर से बुलाई गई बैठक से अलग समानांतर बैठक बुलाई थी. इस घटना के बाद इन तीनों नेताओं को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भी थमाया था.
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