Bhilwara News: राजस्थान की पहली ऐसी ग्राम पंचायत जहां बिजली की लाइनें होंगी अंडरग्राउंड, झूलते तारों से मिलेगी मुक्ति
ग्राम पंचायत में 90 लाख की लागत से 33 केवी जीएसएस का निर्माण करवाया है. इस ग्रिड की स्थापना से क्षेत्र के लोगों को बिजली आपूर्ति संबंधी समस्याओं से निजात मिलेगी.
Bhilwara News: आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार शहरों की तरह गांवों को भी हाईटेक करने में लगी है. इसी के तहत प्रदेश की एक ग्राम पंचायत को बिजली के झूलते तारों से मुक्त किया है. यहां बिजली के तारों की अंडरग्राउंड लाइनें बिछाई गई हैं. यह ग्राम पंचायत राजस्व मंत्री रामलाल जाट के गृह जिले में स्थित है.
मांडल को बिजली के तारों से मिली मुक्ति
भीलवाड़ा जिले की मांडल ग्राम पंचायत में 90 लाख की लागत से 33 केवी जीएसएस का निर्माण करवाया है. इस ग्रिड की स्थापना से क्षेत्र के लोगों को बिजली आपूर्ति संबंधी समस्याओं से निजात मिलेगी. राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने अपने विधानसभा क्षेत्र मांडल में इस 33 केवी जीएसएस का लोकार्पण किया.
प्रदेश की पहली ऐसी ग्राम पंचायत
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता की मांग पर मांडल के लिए अलग से विद्युत ग्रिड बनवाया है. यह राज्य की पहली ऐसी ग्राम पंचायत है, जहां बिजली के तारों की अंडरग्राउंड लाइनें बिछाई गई है. इससे गली, मोहल्लों और घरों की छतों पर अब लटकते तार नहीं दिखेंगे और बिजली संबंधी दुर्घटनाएं भी घटित नहीं होंगी.
खिड़कियां भी नहीं खोल पाते थे लोग
मंत्री जाट ने कहा कि मांडल क्षेत्र में पहले यह स्थिति थी कि बिजली के तारों के डर से लोग दो मंजिला मकानों की खिड़कियां तक नहीं खोल पाते थे. हर वक्त हादसे होने की संभावना रहती थी. ऐसे में राज्य सरकार के सहयोग से बिजली के तारों को अंडरग्राउंड करवाया है. मांडल कस्बे में जगह जगह ट्रांसफार्मर लगवाए हैं, जिससे मांडल कस्बे में बिजली की समस्या समाप्त हो गई. कस्बे में अब वोल्टेज की समस्या नहीं रहेगी, घरों को पूरा वोल्टेज मिलेगा.
भीलवाड़ा जिले में 96 ग्रिड का निर्माण
राजस्व मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भीलवाड़ा जिले में 132 केवी के 9 ग्रिड और 33 केवी के 87 ग्रिड बनवाए हैं. मांडल विधानसभा क्षेत्र में पिछले कार्यकाल में 16 ग्रिड बनाए गए और इस कार्यकाल में 8 ग्रिड का निर्माण हो चुका है. मांडल में 33 केवी के विद्युत ग्रिड से यहां के छोटे उद्योगों व घरों को बिजली की सुविधा मिलेगी. मांडल सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र में विद्युत सप्लाई का उत्कृष्ट कार्य किया है.
हर वर्ग को लाभ दे रही गहलोत सरकार
रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार हर वर्ग को लाभ पहुंचा रही है. गहलोत सरकार ने प्रदेश के परिवारों की बचत बढ़ाने के लिए फ्री इलाज, 50 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने जैसी योजनाएं चलाई हैं. इसके अलावा भी 50 यूनिट से ऊपर सरकार द्वारा बिजली के बिलों में विभिन्न छूट दी जा रही है. खेती करने वाले किसानों के बिजली के बिल सरकार माफ कर रही है. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के जरिए पूरे परिवार का 10 लाख रुपए तक का फ्री इलाज कर रहे हैं. इस तरह की सुविधा देश के किसी भी अन्य राज्य में नहीं है. आने वाला बजट राज्य के युवाओं के लिए रोजगार देने वाला बजट होगा.
अब बंद नहीं होगी बिजली
डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता शीशराम वर्मा ने बताया कि मांडल गांव में 4600 विद्युत कनेक्शन है. पहले गांव की विद्युत आपूर्ति मेजा व मांडल चौराहे से होती थी. कभी भी लाइन फाल्ट व अन्य शिकायत निवारण के लिए पूरे गांव की बिजली बंद करनी पड़ती थी लेकिन अब जीएसएस चालू होने पर ऐसा नहीं होगा. मांडल में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह सुचारु रखने के लिए 33/11 जीएसएस का निर्माण किया है. भीलवाड़ा रोड, ब्यावर रोड, मेजा रोड पर चांद बाग, धोवनी नाडी, बलाई खेड़ा में 11 केवी के 5 फीडर बनाए हैं. लगभग 6 करोड़ की लागत से यूआईटी के माध्यम से 3 किलोमीटर 11 केवी व 15 किलोमीटर एलटी अंडरग्राउंड की है. मांडल गांव में 6 नए ट्रांसफार्मर लगाए हैं.
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