Keoladeo National Park: कोरोना के दो साल बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में लौटी बहार, पक्षियों को देखने उमड़े पर्यटक
Rajasthan: पार्क में लगभग 300 प्रजाति के देशी-विदेशी पक्षी लाखों की संख्या में डेरा डाले हुये हैं. हर रोज बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं, जिससे यहां के होटल व्यवसाय को भी पंख लग गये हैं.
Bharatpur News: राजस्थान के भरतपुर (Bharatpur) जिले में स्थित पक्षियों की नगरी के नाम से विश्व विख्यात केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) में पक्षियों की चहचहाहट पर्यटकों को लुभा रही है. देशी-विदेशी परिंदे उद्यान की झीलों में लगे पेड़ों पर आशियाने बनाकर वंश वृद्धि की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं. पर्यटकों की आमद से कोरोना काल में खोई हुई उद्यान की रौनक फिर से लौटने लगी है. केवलादेव नेशनल पार्क में प्रतिदिन लगभग 3-4 हजार पर्यटक पक्षियों की अठखेलियों को निहारने आ रहे हैं.
पर्यटकों की आमद से होटल व्यवसाय को लगे पंख
केवालदेव उद्यान का विंटर सीजन अब रफ़्तार पकड़ने लगा है और अब प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक उद्यान का भ्रमण करने पहुंच रहे हैं. देशी और विदेशी पर्यटकों की भरमार से लोगों को रोजगार भी मिलने लगा है. कोरोना के चलते दो साल से होटल व्यवसाय ठप्प सा पड़ा हुआ था लेकिन अब पर्यटकों के आने से लोगों के व्यवसाय को पंख लग गए हैं. केवलादेव नेशनल के आसपास बने सभी होटल लगभग फरवरी तक बुक हो चुके हैं. साथ ही केवलादेव नेशनल पार्क से जुड़े उद्यान के गाइड, रिक्शा चालकों को भी अच्छा रोजगार मिलने लगा है.
पार्क में 300 देशी-विदेशी प्रजातियों के पक्षियों का डेरा
पार्क में लगभग 300 प्रजाति के देशी-विदेशी पक्षी लाखों की संख्या में डेरा डाले हुये हैं. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में इन दिनों चाइना कूट, सबलर, इंडियन सारस, ओपन बिल स्टोर्क, स्पून बिल, परपल हेरन समेत कई देशी-विदेशी प्रजाति के पक्षियों की क्रीड़ाओं को देख पर्यटक मंत्र मुग्ध हो रहे हैं. उद्यान की झीलों में पर्याप्त पानी होने से पक्षियों को भी सुकून मिल रहा है और मछली व वनस्पति के रूप में उन्हें पेटभर भोजन भी नसीब हो रहा है.
क्या कहना है पर्यटकों का
केवलादेव नेशनल पार्क में पुणे से घूमने आये विणाल ने बताया है कि केवलादेव नेशनल पार्क में आकर बहुत अच्छा लग रहा है, उनका कहना था कि उन्होंने अपने जीवन में इतने पक्षी एक जगह कभी नहीं देखे. विणाल ने कहा कि यह एक अद्भुत अनुभव है, यहां सभी को आना चाहिए. इसी तरह दिल्ली से घूमने आईं आशा रंजन ने कहा कि केवलादेव नेशनल पार्क बेहद खूबसूरत है. उन्होंने कहा कि पार्क में झीलों को निहारने का अनुभव शानदार रहा.
पार्क के लिए इस बार अच्छा बीत रहा सीजन
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक नाहर सिंह सिनसिनवार ने बताया है कि इस बार केवलादेव नेशनल पार्क को पर्याप्त मात्रा में पानी मिला है. पार्क को पानी मिलने से काफी संख्या में पक्षी आये हुये हैं. उन्होंने कहा कि पक्षियों को पर्याप्त मात्रा में भोजन मिल रहा है. सिनसिनवार ने कहा कि 31 दिसंबर तक छुट्टियां होने की वजह से हजारों की संख्या में पर्यटक यहां आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सीजन केवलादेव नेशनल पार्क के लिए अच्छा नजर आ रहा है.