Rajasthan: राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अकील कुरैशी के सेवानिवृत्ति पर राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन की ओर से चीफ जस्टिस का विदाई एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया. सम्मान समारोह में जस्टिस संदीप मेहता मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे तो वही जस्टिस विजय विश्नोई विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे.
चीफ जस्टिस का किया गया सम्मान
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की ओर से चीफ जस्टिस अकील कुरैशी के सम्मान किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस अकील कुरैशी ने कहा कि छोटे से कार्यकाल में उन्हें यह काफी कुछ नया सीखने को मिला और उनका यह कार्यकाल यादगार कार्यकाल रहा. उन्होंने कहा कि पहले भी वह राजस्थान आते रहते थे, लेकिन तब पर्यटक के रूप में आते थे लेकिन यहां आकर रहना यहां की संस्कृति से रूबरू होना बहुत ही महत्वपूर्ण रहा. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष न्यायपालिका के लिए सशक्त बाहर का होना आवश्यक है और जोधपुर की बार काफी सशक्त है. चीफ जस्टिस ने कहा कि इस कार्यकाल के दौरान कई बार अधिवक्ताओं व ऑफिस स्टाफ के साथ व्यवहार में कोई त्रुटि हुई है तो वह उसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं.
कई वरिष्ठ अधिवक्ता रहे मौजूद
उन्होंने कहा कि वह यहां के इस कार्यकाल से काफी खुश होकर जा रहे हैं. कार्यक्रम के अंत में राजस्थान हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष नाथू सिंह राठौड़ और उनकी टीम ने स्मृति चिन्ह देकर मुख्य न्यायाधीश का सम्मान किया। कार्यक्रम में राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीशगण, न्यायिक अधिकारी, हाई कोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी, बार काउंसिल सदस्य, अतिरिक्त महाधिवक्ता सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता गण मौजूद थे.
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