Rajasthan News: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Former CM Vasundhara Raje) ने राजस्थानी (Rajasthani) को राज्य की राजभाषा (Official language) का दर्जा दिए जाने की मांग की है. राजे ने सोमवार को इस बारे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) को पत्र (Letter) लिखा. पत्र में राजे ने कहा, ''राजस्थान की मातृभाषा दुनिया की समृद्धतम भाषाओं में से एक है और यह ना सिर्फ हमारी परंपरा व सांस्कृतिक (Tradition and Culture) पहचान है, बल्कि हमारी भावनाओं से भी जुड़ी हुई है.''


विश्व में मिलेगी राजस्थानी भाषा की पहचान


वसुंधरा राजे ने गोवा, छत्तीसगढ़ व बिहार जैसे राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा है कि राजस्थानी को भी राज्य की राजभाषा का दर्जा दिया जाना चाहिए. बीजेपी की वरिष्ठ नेता ने लिखा कि राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से विश्व स्तर पर मरुभूमि को पहचान मिलेगी तथा रोजगार व पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे. वसुंधरा राजे ने लिखा है - मेघालय राज्य में मेघालय राज्य भाषा अधिनियम 2005 से खांसी व गारो भाषा, सिक्किम राज्य में सिक्किम भाषा अधिनियम 1977 से भूटिया, लेप्चा व नेपाली भाषा और पश्चिम बंगाल राज्य में पश्चिम बंगाल राजभाषा अधिनियम द्वितीय संशोधन बिल 2018 के जरिए खमतपुरी, राजवंशी भाषा को भी बिना संवैधानिक मान्यता के राजभाषा घोषित किया गया है.


ट्वीट कर उठाया आरएएस मुख्य परीक्षा का मुद्दा


इसके साथ ही राजे ने एक अन्य ट्वीट में आरएएस मुख्य परीक्षा का मुद्दा उठाया है. उन्होंने लिखा,''आरपीएससी द्वारा आरएएस मुख्य परीक्षा-2021 के पाठ्यक्रम में बदलाव के कारण अभ्यर्थी तैयारी के लिए अतिरिक्त समय की मांग कर रहे हैं. लेकिन, युवाओं की न्यायसंगत मांग को नहीं मानना कांग्रेस सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री आंदोलनरत अभ्यर्थियों के हित में जल्द फैसला लें!''


यह भी पढ़ें-


Rape नहीं कर सका तो हत्या कर कुएं में फेंकी बच्ची की लाश, पुलिस ने मामा को किया गिरफ्तार


MP News: बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को अश्लील वीडियो भेजने वाले दो आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार, जानें पूरा मामला