Kota News: चुनावी रंगत के बीच एक दूसरे पर कटाक्ष करना तो आम बात है लेकिन कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल लगातार यूडीएच मंत्री पर हमलावर हो रहे हैं. प्रहलाद गुंजल कागज पेश करने के साथ गंभीर आरोप लगा रहे हैं. इस बार उन्होंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और उनके बेटे कांग्रेस महासचिव पर यूआईटी के 39 करोड़ रुपए बर्बाद करने का आरोप लगाया है. पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने कुन्हाड़ी स्थित रोटरी फ्लाईओवर के नीचे सड़क पर पहुंचकर मीडिया के सामने मंत्री धारीवाल पर गंभीर आरोप लगाए.
गुंजल ने कहा कि मंत्री धारीवाल ने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने बेटे को करोड़ों रुपए की जमीन कोडियों के दाम में दिलवा दी. उस प्रॉपर्टी को मेन रोड पर लाने के लिए नगर विकास न्यास के 39 करोड रुपए बर्बाद कर दिए. 35 करोड़ से रोटरी फ्लाइओवर व 4 करोड़ से अंडरपास बनाया है. ना तो अंडरपास से न हीं रोटरी फ्लाईओवर से कोई भी व्यक्ति जाना चाहता है और ना ही इसकी आवश्यकता थी.
मंत्री ने 28000 स्क्वायर फीट जमीन बेटे के नाम खरीदी
गुंजल ने आरोप लगाया कि मंत्री ने 28000 स्क्वायर फीट जमीन नियम विरुद्ध अपने बेटे के नाम खरीदी और उसकी रजिस्ट्री करा ली. उन्होंने मंत्री पर रजिस्ट्री में लगने वाले पंजीयन शुल्क में 2 से 3 करोड़ का राजस्व का नुकसान करने का भी आरोप लगाया. गुंजल ने कहा कि शहर की जनता आशंकित है कि यह रोटरी फ्लाईओवर बना क्यों है. उन्होंने कहा कि मंत्री ने अपने बेटे की संपत्ति को मेन रोड पर लाने के लिए जनता के धन का दुरुपयोग किया है.
नियमों के विपरीत खरीदी जमीन
गुंजल ने कहा कि इस रोटरी फ्लाईओवर के सामने जो रजतसिटी के नाम से बिल्डिंग है उसमें 28000 स्क्वायर फीट की रजिस्ट्री मंत्री धारीवाल के पुत्र अमित धारीवाल के नाम हुई है. यह नियमों के विपरीत जाकर खरीदी गई है इसमें कई अनियमितताएं हैं. पहली बार 2008 में इसका जो लेआउट पास हुआ था उसमें यहां छोटी-छोटी दुकान थी जिन्हें बिल्डर द्वारा बेचा गया था. मंत्री जी द्वारा बिल्डर को रेरा के नाम पर डराया गया व इस बिल्डिंग में 28000 स्क्वायर फीट जमीन को खरीदने के लिए बेची हुई दुकानों से हाल में कन्वर्ट करते हुए गलत तरीके से लेआउट प्लान दुबारा पास करवाया.
राजस्व को भी चूना लगाया
गुंजल ने कहा इसी के सामने चंचल बिहार है वहां व्यावसायिक भूखंडों की रजिस्ट्री 6 से 7 हजार रुपए प्रति स्क्वायर फीट में हो रही है जबकि मंत्री पुत्र के व्यावसायिक परिसर की रजिस्ट्री 1400 से 2000 रुपए प्रति स्क्वायर फीट में ही हो गई, जबकी इस जगह पर 10 हजार रुपए स्क्वायर फीट कीमत है. उन्होंने इस प्रकार राजस्व को भी चूना लगाया है.
बीजेपी सरकार आने पर करवाएंगे जांच
गुंजल ने कहा कि 2 महीने बाद हमारा राज आने के बाद इसकी जांच करवाएंगे व रजिस्ट्री में पंजीयन शुल्क में लगभग 2 करोड रुपए के राजस्व की जो हानि पहुंचाई गई है उसकी भी वसूली करवाएंगे. मंत्री ने बेटे का भला करने के लिए नियम विरुद्ध काम किया है. मंत्री जनता के धन के ट्रस्टी हो मालिक नहीं. आपने 40 करोड रुपए के पलीता लगा दिया है जनता चुनाव में आपसे इसका हिसाब करेगी.
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