Kota News: अक्टूबर में सालों बाद खुले कोटा बैराज के गेट, 33 हजार क्यूसेक पानी की निकासी
पीड़ित किसान ललित तिवारी लुहावद और देवकरण पटेल देव खेड़ली ने बताया कि उनकी सोयाबीन की फसल कट गई थी, इस समय फसल पूरी तरह से पानी में डूबी हुई है.
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Kota News: हाड़ौती संभाग और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र में बारिश के कारण चंबल नदी में पानी की आवक तेजी से हो रही है. ऐसे में कोटा बैराज का गेट देर रात ही खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. लगातार बारिश के कारण कोटा बैराज के गेट सालों बाद अक्टूबर में खोलने पड़े. मध्य प्रदेश में बारिश के चलते चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसका असर कोटा तक देखने को मिला.
इधर कोटा में भी शुक्रवार रात को भारी बारिश हुई, जिससे कोटा बैराज के 5-5 फीट के 6 गेट खोलकर 33 हजार क्यूसेक पानी निकाला जा रहा है. शनिवार को भी सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
राणा प्रताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध से पानी की निकासी
देर रात हुई बारिश के कारण शुक्रवार की रात 43 हजार तक पानी की निकासी की गई थी. राणा प्रताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध से जल निकासी शुरू की गई थी. इसके चलते बैराज के गेट खोल दिए गए हैं. लगातार बारिश की वजह से और गेट को बढ़ाया जा सकता है. इसको लेकर जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास व अन्य सभी संबंधित एजेंसियों को सूचित कर दिया गया है. वहीं बारिश से हाड़ौती संभाग में धान, सोयाबीन व मक्का की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार बारिश दो दिन और होने की संभावना जताई गई है.
हाडौती में फसले चौपट
कोटा संभाग में बारिश के बाद फसल बर्बाद हो गई. किसान अब मुआवजे की मांग कर रहे हैं. किसानों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अभी खेतों में कटाई चल रही है और कटी हुई फसल खेतों में है, ऐसे में बारिश के कारण खेतों में पड़ी फसल खराब हो रही है. बारिश में फसलों के भीगने से सोयाबीन की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. सोयाबीन के दानों की गुणवत्ता भीगने से खराब होगी और वजन भी कम होगा. वहीं बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी उड़द, मूंग, व धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई.
पीड़ित किसान ललित तिवारी लुहावद और देवकरण पटेल देव खेड़ली ने बताया कि उनकी सोयाबीन की फसल कट गई थी, इस समय फसल पूरी तरह से पानी में डूबी हुई है. इसी तरह हजारों किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. इसके अलावा बूंदी, झालावाड़ और बारां जिलों में भी भारी बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है. सरपंच संघ राजस्थान के मुख्य प्रवक्ता रफीक पठान ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बारिश से हुए नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.
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