Sachin Pilot Kota Visit: दो धड़ों में बंटी कांग्रेस का एक धड़ा आज कोटा में अपनी पूरी ताकत से अपने नेता को खुश करता दिखाई दिया. पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिव पायलट के कोटा आगमन पर ट्रेन पर उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में उनके समर्थक जुटे. कोटा संभाग ही नहीं राजस्थान के कई क्षेत्रों से कार्यकर्ता यहां पहुंचे और पायलट का स्वागत किया.
वहीं भीड़ को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया. गर्म जोशी से अपने-अपने गुट के साथ कार्यकर्ता तख्तीया लेकर स्टेशन पर पहुंचे और जबरदस्त नारेबाजी करते रहे. प्लेटफार्म नंबर एक और दो पूरी तरह से खचाखच रहा. सकुलेटिंग एरिया में भी भारी भीड़ रही ऐसे में प्रशासन को भी व्यवस्थाएं संभलने में पसीने आ गए. मीडिया से उन्होंने कुछ देर ही बात की और रवाना हो गए. उन्होंने केवल अपनी बात रखी और मीडिया के बाकी प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया और बचते रहे. पायलट ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके जाने से एक युग का अंत हो गया है. उन्होंने गरीब किसान, जनता के लिए काम किया.
'प्रदेश अध्यक्ष के समय हमने पांच साल संघर्ष किया'
राजस्थान में बड़ा बवाल हुआ, सरकार को एक बार फिर संकट हुआ, गहलोत गुट के लोग सरकार गिराने तक आतुर हो गए, इस्तीफे दिए गए, जयपुर से दिल्ली तक दौड हुई, प्रदेश में कांग्रेस को शर्मसार होना पड़ा, गहलोत को माफी मांगनी पड़ी, पायलट को गद्दार, धोकेबाज, पार्टी विरोधी कहा गया, लेकिन उसके बाद भी पायलट अपने सुर नहीं बदल रहे हैं, उन्हें जो कहना होता है कह देते हैं और चले जाते हैं, उन्होंने सामने वाले गुट को संदेश भी दिया कि हम सभी कार्यकर्ताओं की ताकत की वजह से सत्ता में आए हैं, जब में प्रदेश अध्यक्ष था तब हाड़ौती में 5 साल संघर्ष किया था, हाड़ौती में किसान, नौजवान के लिए संघर्ष किया था. हम सभी का दायित्व हैं, कार्यकर्ता, किसान, नौजवान, गरीब की उम्मीदों पर खरा उतरे, हमारा ध्येय है कि 2023 में कांग्रेस की सरकार बने. इस दौरान उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने के नारे भी लगे.
पायलट के आने से राजनैतिक सरगर्मिया हुई तेज
पायलट के कोटा आने से पूरे राजस्थान में राजनीतिक सरगर्मिया तेज हो गई हैं. पायलट के आना कई मायनों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आने वाले चुनाव में हाडौती का ये दौरा सीधे तोर पर धारीवाल को चुनौती समझों या भाजपा के गढ में सेंध लगाने का पूरा प्रयास होगा.
शहनाई वादक व लोककलाकार भी पहुंचे
अपनी और ध्यान आकर्षित करने के लिए कार्यकर्ता एक से बढकर एक तरीके अपना रहे थे, कोई कंधों पर आया तो कोई शहनाई वादक व लोक कलाकारों के साथ स्टेशन पहुंचा. लोक गीतों की धुन पर कार्यकर्ता नाचते रहे, नारे लगाते रहे. पायलट के लिए बडी संख्या में गुर्जर समाज के लोग पहुंचे. साथ ही अन्य समाजों ने भी पायलट का भव्य स्वागत किया.
कोटा में सचिन पायलट के स्वागत में पूरे कोटा शहर को होर्डिग व बैनरों से सजा दिया, कोटा से लेकर मंडाना करीब 20 किलोमीटर तक पायलट का जबरदस्त स्वागत हुआ. कोटा पहुंचने के बाद पायलट यहां से सीधे झालावाड़ के लिए रवाना हुए. कुछ कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे.
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