Rajasthan News: जैसलमेर में हेलीकॉप्टर से जॉय राइड हुई बंद,पर्यटन के नाम पर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का लगा था आरोप
Jaisalmer News: जैसलमेर के सम के रेतीले धोरो में 27 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री साले मोहम्मद, MLA रूपाराम धनधे, कलेक्टर टीना डाबी, नगर परिषद सभापति हरीवल्लभ कल्ला की मौजूदगी में इस सेवा की शुरुआत हुई थी.
पश्चिमी राजस्थान की स्वर्ण नगरी जैसलमेर के पर्यटन स्थल सम के सैंड ड्यून्स पर आरटीडीसी की ओर से शुरू की गई हेलिकॉप्टर की जॉय राइड को बंद कर दिया गया है. जैसलमेर के धोरों में क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन के मौके पर आया पर्यटकों का सैलाब अब थम गया है.हेलीकॉप्टर से जॉय राइड के लिए सात हजार रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से आठ मिनट की राइड करने वाले अब नहीं मिल रहे हैं. इसे देखते हुए हेलीकॉप्टर जॉय राइडिंग कराने वाली कंपनी ने इस सेवा को बंद करने का फैसला लिया है. आरटीडीसी की सम धोरों के बाहर बने हेलीपैड से हेलीकॉप्टर को हटा लिया गया है.इसके साथ ही बैरिकेडिंग और अन्य उपाय भी हटा लिए गए हैं. इससे यह पूरा क्षेत्र खाली हो गया है.
क्यों शुरू की गई थी सर्विस
हेलीकॉप्टर जॉय राइड के तहत राष्ट्रीय मरू उद्यान बीएनपी के सम क्षेत्र को इको सेंसटिव जोन के ऊपर से हेलीकॉप्टर उड़ाए जाने को लेकर वन विभाग डीएनपी की आपत्तियों के बाद प्रशासन ने अपना उड़ान रूट परिवर्तित करने का निर्णय लिया था.अब आने वाले समय में अगर हेलीकॉप्टर जाएगा तो उसका रूट बदला हुआ होगा.
जॉय राइड सेवा की शुरुआत पिछले साल 27 दिसंबर को हुई थी. इसका मकसद पर्यटन को बढ़ावा देना था. हेलीकॉप्टर कंपनी को महंगी सवारी करने वाले पर्यटक भी पर्याप्त मात्रा में मिल सके. इसकी शुरुआत के कुछ दिन होते ही इस पर ब्रेक लग गए हैं. इस बीच डीएनपी के उप वन संरक्षक ने भी बिना विभागीय मंजूरी के सम के धोरों ऊपर हेलीकॉप्टर जॉइरइड सेवा शुरू करने के लिए पर्यटन विभाग को नोटिस भेजा था. उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर को भी पत्र लिखा था.
गोडावण कंजर्वेशन सोसायटी की आपत्ति
जैसलमेर की गोडावण कंजर्वेशन सोसायटी ने डीएनपी के सम के सेंड ड्यून्स के ऊपर से गांगा व कनोई क्लोजर के ऊपर से हेलीकॉप्टर की उड़ान भरने का विरोध किया था. इस संगठन ने मुख्य वन संरक्षक और जीव प्रतिपालक को पत्र लिखा था.इस पत्र में बताया गया था कि इस जॉय राइड से राजकीय पक्षी गोडावण और अन्य वन्यजीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है.सोसाइटी के पत्र में बताया गया था कि इस शोर शराबे से परेशान होकर वन्यजीव अपना ठिकाना छोड़कर जा रहे हैं. हेलिकॉप्टर जॉय राइड को डीएनपी और इसके इको सेंसेटिव जोन में पर्यावरण और वन्य जीवों के लिए अधिनियम 1986 और वन्य संरक्षण अधिनियम 1972 के उल्लंघन की श्रेणी में आता है. भारत सरकार ने उक्त गतिविधि को इस इको सेंसेटिव जोन में प्रतिबंधित किया गया है.
हेलिकॉप्टर की जॉय राइड के लिए सरकार की ओर से A1 हेलिकॉप्टर कंपनी से एमओयू किया गया था. कंपनी के अधिकारी सोहन सिंह नाथावत ने बताया कि हमें पूर्व सूचना नहीं दी गई, तुरंत आदेश दिया गया कि हेलिकॉप्टर राइडिंग बंद करना है. इससे हमारी कंपनी को नुकसान हुआ है. हेलीकॉप्टर राइडिंग 15 दिसंबर से शुरू करने की तैयारी थी. लेकिन सरकार ने इसे 27 दिसंबर को शुरू किया. अब जॉय राइड रोके जाने से कंपनी को बहुत नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि अब हेलीकॉप्टर को जयपुर में उड़ाने की तैयारी है.
जोश से हुआ था आगाज
जैसलमेर के सम के रेतीले धोरो में 27 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री साले मोहम्मद,विधायक रूपाराम धनधे,जिला कलेक्टर टीना डाबी, नगर परिषद सभापति हरीवल्लभ कल्ला,जिला पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत की मौजूदगी में सम सैंड ड्यून्स से जॉय राइड की सेवा शुरू की गई थी.
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