(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan: बाड़मेर के इस गांव में दूर हुई महिलाओं की ये सालों की परेशानी, जानिए क्या है उनका रिएक्शन
बाड़मेर के जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सीमावर्ती मेकरण वाला गांव पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने महिलाओं की समस्याएं देखी और समाधान का वादा भी किया था.
Barmer News: बाड़मेर में पाकिस्तान बॉर्डर से महज कुछ किलोमीटर दूरी पर बसे एक गांव के बाशिंदों के लिए बाड़मेर के जिला प्रमुख वरदान साबित हुए हैं. सदियों से गांव के लोग पानी की बेरियों से रस्सी के सहारे घंटों मशक्कत के बाद पीने के पानी का जुगाड़ करते थे. अब वे नल के माध्यम से चंद मिनटों में अपने घर पानी ले जाते हैं.
जिला प्रमुख ने समस्या देख हल करने का किया था वादा
दरअसल पिछले गर्मी के समय बाड़मेर के जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सीमावर्ती मेकरण वाला गांव पहुंचे थे, इस दौरान बीच रास्ते में कुछ महिलाएं पानी की बेरी पर रस्सी से पानी निकालती उन्हें नजर आईं, तो वे रुक कर उन महिलाओं के पास गए और उनसे पानी निकालने की विधि के बारे में जाना तो महिलाओं ने अपनी दिक्कत जिला प्रमुख को सुनाई. जिला प्रमुख ने उसी वक्त उनकी इस समस्या का निवारण करने का वादा महिलाओं से किया था, जिस पर जिला प्रमुख ने अब नई तकनीकी सोलर पैनल पंप लगाकर गांव के बाशिंदों को सौगात दी है.
अब महिलाओं को होती है आसानी
अब इस सोलर पैनल के माध्यम से ऑटोमेटिक मोटर से पानी पाइप लाइन के माध्यम से नल में आता है, जिसके बाद महिलाएं नल से गाड़ी भरकर अपने घर को जाती है. इस दौरान ग्रामीणों और महिलाओं ने जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी के साथ क्षेत्र के प्रधान सलमान खान रामसर उपप्रधान दायम खान सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भव्य स्वागत भी किया. वहीं जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी ने बताया कि सोलर प्लांट सिर्फ प्रायोगिक है अगर यह तकनीक सफल होती है तो इस क्षेत्र में सभी गांवों में बनी बेरियो पर इसी प्रकार के सोलर प्लांट लगाएंगे.
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