Rajasthan News: 17 दिसम्बर को T-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच हुआ जिसमें बांग्लादेश को हराकर इंडिया ने कप अपने नाम किया. पढ़कर आप चौक गए होंगे कि वर्ल्ड कप तो इससे पहले ही हो चुका था जिसमें इंडिया टीम हार गई थी तो अब यह कौनसा वर्ल्ड कप है? तो हम आपको बता दें कि यह T-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप फ़ॉर ब्लाइंड (T20 World Cup For Blind) था जिसे इंडिया ने अपने नाम किया.
बड़ी बात यह है कि इंडिया टीम (Indian Team) में राजस्थान से खेले एक मात्र प्लेयर खेले ललित मीणा ने इस वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया. उदयपुर के छोटे से गांव पई के रहने वाले ललित मीणा ने वर्ल्ड कप में 4 मैच खेले. खास बात यह कि ललित का यह पहला वर्ल्ड कप था. ललित ने एबीपी न्यूज को अपने वर्ल्ड कप के सफर की कहानी खुद बयां की...
स्कूल में खेलते थे प्लास्तिक बॉल से, बांग्लादेश के खिलाफ किया था डेब्यू
ललित ने एबीपी को बताया कि वह 100% ब्लाइंड हैं और उदयपुर के ब्लाइंड स्कूल में पढ़े हैं. यहीं पर सीनियर के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया. वह प्लास्टिक की बॉल की आवाज पर शॉट मारते थे. धीरे-धीरे खेल अच्छा हुआ तो डिस्ट्रिक लेवल पर खेलना शुरू किया. फिर राजस्थान की ब्लाइंड टीम में चयन हुआ क्योंकि मैं आल राउंडर हूं. बॉलिंग और बैटिंग दोनों कर लेता हूं. फिर वर्ष 2006 से नेशनल खेल रहा हूं.
फिर वर्ष 2021 में बांग्लादेश के तीन टी-20 और तीन एकदिवसीय मैच की श्रृंखला थी जिसमें चयन हुआ. उसमें 2 मैच खेले जिसमें 2 विकेट लिए और एक बार बैटिंग आई जिसमें 16 रन बनाए और रन आउट हो गया. अब पहली बार वर्ल्ड कप में चांस मिला. इस वर्ल्ड कप में 4 मैच खेले जिसमें एक में 34 रन और दूसरे में 2 रन बनाकर रन आउट हुआ और एक मैच में 0 बनाए.
6 देशों की टीम के बीच हुआ था कप, पाकिस्तान नहीं मिला वीजा
ललित ने बताया कि T-20 वर्ल्ड कप 6 टीमों के बीच खेला गया. इसमें इंडिया, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और नेपाल टीम आई थी. प्रत्येक टीम के 5-5 मैच हुए जिसमें भारत का शुरू से बेहतर प्रदर्शन रहा. हम आंध्प्रदेश के रहने वाले अपने कप्तान अजय रेड्डी के नेतृत्व में शुरू से जीत की राह पर थे.
मेरा पहला मैच था जिसमें काफी कुछ सीखने को मिला. इसमें पाकिस्तान की टीम भी आने वाली थी लेकिन शायद उन्हें वीजा नहीं मिला इसलिए नहीं आ पाई. फाइनल मैच हरियाणा में हुआ जिसमें हमने पहले बैटिंग की और बांग्लादेश पर विजय प्राप्त की.
ललित ने बताया, ऐसे खेलते हैं हम
ललित ने बताया कि एक ब्लाइंड क्रिकेट टीम में तीन श्रेणी के प्लेयर होते हैं जिसमें D-1, D-2 और D-3 होते हैं. D-1 में 4, D-2 में 3 और D-3 श्रेणी के 4 प्लेयर होते हैं. D-1 में 100% ब्लाइंड, D-2 में 2 मीटर विज़िबिलिटी और D-3 में 6 मीटर तक विज़िबिलिटी होती है. D-1 के बॉलर को टोटल ओवर में से 40% फेंकना अनिवार्य होता है जैसे 20 ओवर में 8 ओवर फेंकने ही होते हैं. बोलिंग अंडर आर्म्स होती है. बॉल हार्ड प्लास्टिक होती हैं जिसमें छर्रे की आवाज आती है. इसी आवाज से बैट्समैन खेलते हैं और बॉलर को कीपर फेंकने के लिए गाइड करता है.
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