Jaipur News: बच्चे पर आधा दर्जन कुत्तों ने किया हमला, देवदूत बनकर आई दो महिलाओं ने ऐसे बचाई जान
जयपुर के मानसरोवर इलाके में दो महिलाओं ने कुत्तों के हमले से बच्चे को बचाकर मानवता की मिसाल पेश की है. घटना के बाद मासूम डरा और सहमा है. मासूम पर कुत्ते के हमले का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया.
Jaipur News: राजधानी जयपुर के मानसरोवर इलाके में बच्चे पर आधा दर्जन कुत्तों ने धावा बोल दिया. देवदूत बनकर आई दो महिलाओं ने बच्चे की जान बचाई. राहत की बात है कि बच्चे की हालत खतरे से बाहर है. कुत्तों ने 10 वर्षीय मासूम को 45 जगहों से काट कर घायल कर दिया. मौके से गुजर रही महिलाओं ने कुत्तों के हमले से बच्चे को बचाकर अस्पताल पहुंचाया. घटना के बाद मासूम डरा और सहमा है. मासूम पर कुत्ते के हमले का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया.घर लौटने के दौरान एकाएक कुत्तों ने मासूम पर हमला कर दिया.
जानकारी के अनुसार दक्ष मिश्रा को करीब शाम 6:00 बजे आधा दर्जन कुत्तों ने हमला कर गर्दन, पीठ, पेट से लेकर पैरों पर काट लिया. दक्ष मिश्रा राधा निकुंज कॉलोनी निवासी जितेंद्र मिश्रा का बेटा है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुत्ते मासूम को नोच रहे हैं. सिर्फ 1:30 मिनट के वीडियो में दक्ष पर पांच कुत्तों ने घेर कर हमला कर दिया. मौके से गुजर रही स्कूटी सवार दो महिलाएं देवदूत बनकर आई और कुत्तों से बचाने लगी. कुत्तों को महिलाओं ने भगाकर मासूम की जान बचाई.
माँ बोली- दोनों महिलाएं मेरे लिए भगवान
राहगीर महिला पिंकी और अपेक्षा ने बताया कि हम सब्जी लेकर आ रहे थे. देखा कि कुत्तों के झुंड ने बच्चे को घेरा हुआ है और कोई हाथ पर तो कोई पैर पर तो कोई पीठ पर हमला कर रहा है. हमने पत्थर फेंककर कुत्तों को भगाया और जख्मी बच्चे को अस्पताल पहुंचाया है. दक्ष की मां सविता मिश्रा ने राहगीर पिंकी और अपेक्षा को भगवान से कम नहीं माना है. उन्होंने बच्चे की जान बचाई है. अगर समय पर नहीं आती तों बच्चे की जान पर बन सकती थी. बच्चे का समय पर इलाज चल रहा है और अब सुरक्षित है.
घटना का मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष जी के व्यास ने संज्ञान लेते हुए जयपुर ग्रेटर निगम आयुक्त से 31 मई तक जवाब तलब किया है. आदेश में कहा है कि जब इन कॉलोनियों में इतने खतरनाक कुत्ते हैं जो आम राहगीर पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. ऐसे खतरनाक कुत्तों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर क्यों नहीं छुड़वाया गया और इन कुत्तों से आमजन की सुरक्षा कैसे होगी? इन सब मुद्दों पर मानव अधिकार आयोग ने जवाब तलब किया है. मामले में नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर का कहना है कि गाइडलाइंस के अनुसार बंधियाकरण के लिए कुत्तों को जहां से उठाया जाता है वहीं छोड़ना होता है इसके लिए निविदा जारी की हुई है. इस संबंधित में ठेकेदार से मामले की जानकारी लेकर जांच करवाई जा रही है.
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