Jhalawar News: भीषण गर्मी में राजस्थान और झालावाड़ जिले वासियों के लिए राहत की खबर है. कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट (Kalisindh Thermal Power Plant) की एक यूनिट (Unit) आज फिर से शुरू हो गई. 600 मेगावाट की पहली यूनिट दोबारा शुरू होने पर प्रदेश को बिजली संकट (Electricity Crisis) से राहत मिलेगी.
दरअसल तीन दिन पहले तकनीकी कारणों के चलते कालीसिंध थर्मल की पहली यूनिट से बिजली उत्पादन बंद हो गया था. दूसरी यूनिट पिछले महीने से ही मेंटेनेंस के चलते बंद पड़ी हुई है. प्लांट की पहली यूनिट से 600 मेगावाट बिजली उत्पादन भी शुरू हो गया. 3 दिन पहले बंद हुई पहली इकाई से 1 लाख 44 हजार यूनिट बिजली उत्पादन को बड़ा झटका लगा था.
थर्मल प्रशासन और इंजीनियर्स की मेहनत लाई रंग
गौरतलब है कि झालावाड़ के कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में 600-600 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित हैं. दोनों यूनिट से लगातार विद्युत उत्पादन हो रहा था. लेकिन पिछले महीने वार्षिक मेंटेनेंस के चलते थर्मल की दूसरी यूनिट को बंद करना पड़ा. वहीं पहली यूनिट के बॉयलर सेक्शन में तकनीकी खराबी आ जाने से 3 दिन पहले विद्युत उत्पादन ठप हो गया था. ऐसे में 1200 मेगावाट की दोनों इकाइयों से बिजली उत्पादन बंद हो जाने से प्रदेश का विद्युत संकट और ज्यादा बढ़ गया था.
थर्मल प्रशासन इंजीनियर्स और श्रमिकों के सहयोग से यूनिट को दोबारा शुरू करने की कवायद में जुटा हुआ था और आज मेहनत सफल हो गई. कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया. अब प्रदेश को बिजली संकट से खासी राहत मिलेगी. थर्मल प्रशासन इसी पखवाड़े में दूसरी यूनिट को भी शुरू करने का प्रयास कर रहा है.
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट शुरू
कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के चीफ इंजीनियर केएल मीणा ने बताया कि दोनों यूनिट ठप होने से बिजली उत्पादन को बड़ा झटका लगा और 2 लाख 44 हजार यूनिट बिजली उत्पादन पर सीधा असर पड़ा. थर्मल की एक भी इकाई बंद होने से हर दिन राजस्थान राज्य बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड को लाखों रुपए का घाटा उठाना पड़ता है. अब कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट की पहली यूनिट शुरू होने से राहत मिलेगी. झालावाड़ जिले में कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में 600-600 मेगावाट की दो यूनिट लगी हैं.
हालांकि दोनों इकाइयां बिजली का पूरा उत्पादन कर रही थीं. लेकिन एक यूनिट को तकनीकी खराबी और दूसरी यूनिट को मेंटेनेंस के चलते बंद करना पड़ा और बिजली उत्पादन ठप हो गया. चीफ इंजीनियर केएल मीणा ने बताया कि बंद पड़ी दूसरी यूनिट पर तकनीकी कर्मचारी लगातार काम कर रहे हैं और कोशिश है दूसरी यूनिट से भी बिजली उत्पादन शुरू किया जाये ताकि प्रदेश की जनता को राहत मिल सके.