देश-विदेश में नए साल के जश्न के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. सर्दी की छुट्टियां होते ही पर्यटकों का सैलाब पर्यटन स्थलों पर उमड़ रहा है. राजस्थान के जोधपुर और जैसलमेर की कलरफुल और ऐतिहासिक धरोहरें पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई हैं.इस साल टूरिस्टों का सीजन पीक पर है. सभी होटल 100 फीसदी बुक हैं. वहीं पर्यटन स्थलों पर भी भारी भीड़ नजर आ रही है.यह नजारा कोरोना महामारी के दो साल के बाद शहर पर्यटकों से गुलजार हो चुका है.खासतौर से पर्यटकों में देशी-विदेशी सैलानी मौजूद हैं. इसमें देसी सैलानियों की तादाद 80 फीसदी है. देसी-विदेशी सैलानी छुट्टियों का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं.वो ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर इतिहास की जानकारी भी ले रहे हैं.


जोधपुर पहुंचे पर्यटक


जोधपुर शहर पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है.ऐतिहासिक मेहरानगढ़ फोर्ट,जसवंत थडा, उम्मेद भवन पैलेस,मंडोर गार्डन,घंटाघर, और भीतरी शहर का पुराना बाजार घूमने फिरने के साथ खाने-पीने के लिए स्वादिष्ठ व्यंजन का लुप्त उठाने भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं.पर्यटन स्थल पर भारी भीड़ ऐतिहासिक धरोहर देखने लंबी लंबी लाइनों में खड़े होकर देखने व इतिहास के बारे में जानने के लिए पहुंच रही है.इसके साथ ही नए वर्ष का आगमन जोधपुर की धरती से करने का मन बना कर पहुंचने वाले पर्यटकों का जोधपुर में जोरदार स्वागत हो रहा है.


जोधपुर उम्मेद भवन पैलेस की कल्पना चूंडावत ने बताया कि भारी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं.जिससे सैलानियों की दो 2 किलोमीटर तक लंबी लाइन लग रही है.खासतौर से इस बार देसी पर्यटकों के ग्रुप ज्यादा पहुंच रहे हैं.कई लोग अपने घर परिवार के साथ पहुंच रहे हैं.घूमने फिरने के साथ नए साल का जश्न खुशियों के साथ करने के लिए और ऐतिहासिक धरोहरों की जानकारी ले रहे हैं.


र्यटकों के लिए सुरक्षा इंतजाम


मेहरानगढ़ फोर्ट के जगत सिंह ने बताया कि सालों बाद भारी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं पर्यटकों के लिए सभी तरह के सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. जोधपुर के ऐतिहासिक धरोहर मेहरानगढ़ फोर्ट के म्यूजियम सहित मां चामुंडा के मंदिर के दर्शन के लिए भी भारी भीड़ नजर आ रही है.देश के कोने-कोने से लोग घूमने के लिए जोधपुर पहुंच रहे हैं.जोधपुर में इन दिनों पर्यटकों का सैलाब उमड़ा हुआ है.


जोधपुर होटल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जेएम बूब ने बताया कि इस साल की सीजन ने हमारा जितना भी कोरोना महामारी के दौरान नुकसान हुआ था. उसकी पूरी भरपाई हो चुकी है.हालात ऐसे हो चुके हैं कि होटल के बाहर नो रूम का बोर्ड लगाया जा रहा है.इस बार खासतौर से देसी पर्यटकों के ग्रुप और परिवार के साथ घूमने-फिरने निकले हैं.दो साल पहले कोरोना वायरस की महामारी के दौरान लोग अपने घरों में ही रहे थे.लेकिन इस साल यह मौका मिला है कि हर कोई बाहर निकल रहा है. लोग अपना जीवन जीने की कोशिश कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें


Rajasthan News: देश के इन होटल्स में मिलती है टॉप क्लास सर्विस, उदयपुर का ताज फतेह नंबर 1, यहां देखें पूरी लिस्ट