Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर (Jodhpur) जिले के शेरगढ़ के एक गांव भूंगरा में शादी समारोह के दौरान हुए गैस सिलेंडर ब्लास्ट मामले में बच्चे, महिला, पुरुष समेत 53 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे. इन सभी का इलाज जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा था, जिनमें से करीब 10 बच्चों सहित 24 लोग अब तक दम तोड़ चुके हैं. इस हादसे में दम तोड़ने वाले दूल्हे की माता पिता व एक भतीजा व दूल्हे को तैयार करने वाला भी शामिल है. इस हादसे में झुलसे हुए पीड़ित दमतोड़ रहे हैं, जिससे लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहे है.


पांच दिन के अंदर 24 मौत
हादसे के पांच दिन के भीतर दम तोड़ने वालों का आंकड़ा बहुत बड़ा है. अस्पताल से लेकर गांव तक हर कोई भगवान से प्रार्थना कर रहा है, कि मौत के आकड़े और न बढ़ें. इसके साथ ही महात्मा गांधी अस्पताल में अधीक्षक डॉक्टर राजश्री सहित 20 डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ दिन रात मेहनत कर रहे हैं. महात्मा गांधी अस्पताल अधीक्षक डॉ राजश्री ने बताया कि पांच दिन बाद आज थोड़ी सी राहत की खबर सामने आई है. झुलसे हुए दो बच्चों को आज डिस्चार्ज किया गया है, लेकिन उन बच्चों को घर नहीं भेजा जा रहा है क्योंकि उन बच्चों की मां का उपचार अस्पताल में चल रहा है. दोनों बच्चों को उनकी मां के साथ ही पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में रखा गया है. बच्चों की देखभाल वार्ड में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ कर रहे हैं.


डॉक्टर ने बताया
अस्पताल अधीक्षक राजश्री ने बताया कि पांच दिन में 24 मौतों का आंकड़ा बहुत बड़ा होता है. अस्पताल में लाने के बाद 22 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा व दो बच्चों अस्पताल लाने से पहले ही दम तोड़ चुके थे. अभी तक 29 झुलसे हुए लोगों का इलाज जारी है. दम तोड़ने वाले मरीजों की बात करें तो सभी मरीज 50% से भी अधिक झुलसे हुए थे. अस्पताल में अभी भी 13 मरीज आईसीयू में हैं, डॉक्टर वह नर्सिंग कर्मी दिन-रात मरीजों का इलाज व देखभाल कर रहे हैं. डॉक्टर राजश्री के अनुसार इस घटना के बाद से ही प्लास्टिक सर्जन रजनीश गालवा व अन्य डॉक्टरों की टीम जुटी हुई हैं. 


एजेंसी वालों को दिए गए निर्देश
इसमें 24 डॉक्टरों की टीम दिन-रात इलाज में जुटी हुई है, इनमें सीनियर व जूनियर सहित कई डॉक्टर शामिल हैं. वहीं वार्ड में लगे हुए सभी नर्सिंगकर्मी भी संभव प्रयास कर रहे हैं. राज्य सरकार व जिला कलेक्टर लगातार इस पर मॉनिटरिंग कर रही है. जोधपुर जिले में पिछले दो महीनों में गैस सिलेंडर ब्लास्ट के कीर्ति नगर व भूगरा गांव में दो मामले हो चुके हैं, इसमें कई लोगों की जान जा चुकी है. गैस सिलेंडर में गैस रिसाव के चलते हुए हादसों को देखते हुए जिले के सभी बीपीसीएल-आईओसीएल-एचपीसीएल गैस एजेंसी धारकों को विस्तृत निर्देश जारी किए गए हैं. इसमें गैस सिलेंडर से गैस रिसाव लीक की पूर्ण जांच करने व आवश्यक होने पर उपभोक्ताओं को सिलेंडर वासर को चेंज करके सिलेंडर आपूर्ति करने के निर्देश जारी किए गए हैं.



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