Rajasthan News: राजस्थान के करौली जिले के हिंडौन सिटी में दूषित पानी पीने से 12 वर्षीय बालक की मौत हो गई और 125 लोग बीमार हो गए हैं. इनमें 17 की हालत गंभीर बनी हुई है, इन्हें इलाज के लिए जयपुर रेफर किया गया है. करौली के जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे और जांच के आदेश दिए हैं. जानकारी के अनुसार हिंडौन सिटी के कई मोहल्ले दुब्बे पाड़ा, चौबे पाड़ा, पाठक पाड़ा, काना हनुमान पाड़ा, गुलशन कॉलोनी और जाट की सराय सहित बाईपास की कई कॉलोनियों में जल विभाग की पानी की टंकी से पानी सप्लाई किया जाता है. जलदाय विभाग द्वारा पानी की जो सप्लाई की जा रही है उस पानी को पीने से लोग बीमार हो रहे है.
दरअसल, दो दिन से जलदाय विभाग दूषित पानी सप्लाई कर रहा है. हिंडौन सिटी के अस्पताल में दो दिन से उल्टी दस्त के मरीजों का आना शुरू हो गया है. अब तक इन कॉलोनियों और मोहल्ले के लगभग 125 मरीज उल्टी दस्त के शिकार हो चुके है. बताया गया है कि लगभग 90 मरीजों को हिंडौन सिटी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल से 11 बच्चों सहित 17 मरीजों की हालत गंभीर होने से जयपुर रेफर किया गया है. यहां बच्चों को जयपुर के जेके लोन अस्पताल में और अन्य को एसएमएस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
12 वर्षीय बालक की हुई मौत
बताया गया है कि 12 वर्षीय देव कुमार जोकि हिंडौन सिटी के शाहगंज का रहने वाला है उसे रात को उल्टी दस्त की शिकायत हुई थी. मंगलवार को जब परिजन देव कुमार को अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने देव कुमार को मृत घोषित कर दिया. बच्चे की मौत के बाद देव कुमार के परिजनों ने जलदाय विभाग के खिलाफ आक्रोश जताया और बताया कि काफी समय से पानी की टंकी की सफाई जलदाय विभाग द्वारा नहीं कराई गई है. पहले भी कई बार दूषित पानी की शिकायत स्थानीय लोग कर चुके हैं, लेकिन जलदाय विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया है.
करौली जिला कलेक्टर पहुंचे अस्पताल
हिण्डौन सिटी के अस्पताल में उल्टी दस्त के इतने मरीज एक साथ आने की सुचना पर जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में बेड कम पड़ने पर अतिरिक्त वार्ड खुलवा कर इलाज शुरू कराया. इसके साथ ही मोहल्ले में चिकित्सा टीम भिजवा कर घर-घर स्क्रीनिंग कराई जा रही है. जलदाय विभाग द्वारा पानी की सप्लाई को फिलहाल रोक दिया गया है और पानी के सैम्पल लेकर जांच कराई जा रही है. प्रशासन द्वारा पानी की टंकी के पानी का सैम्पल लिया गया है, साथ ही मोहल्ले के घरों के पानी भी जांच के लिए भेजे गए हैं जिससे पता लग सके की पानी दूषित कैसे हुआ.