Rajasthan: पेंडिंग केस सुलझाने के मामले में फिसड्डी साबित हुई कोटा शहर की पुलिस! ग्रामीण ने मारी बाजी
Rajasthan: आईजी प्रसन्न खमेसरा ने बताया कि एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट, गैंबलिंग एक्ट के कई प्रकरणों में अच्छी सफलता हासिल की गई है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास किया जाएगा.
![Rajasthan: पेंडिंग केस सुलझाने के मामले में फिसड्डी साबित हुई कोटा शहर की पुलिस! ग्रामीण ने मारी बाजी Rajasthan News Kota City Police Remained Bottom Due pending cases IG Prasanna Khamesra ANN Rajasthan: पेंडिंग केस सुलझाने के मामले में फिसड्डी साबित हुई कोटा शहर की पुलिस! ग्रामीण ने मारी बाजी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/04/8707616258289af4ca0a5c0b7c7d488b1672798911696449_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Rajasthan News: कोटा रेंज की पुलिस साल 2022 में कई मामलों में अव्वल रही है, तो कई मामलों में फिसड्डी नजर आ रही है. यहां पुलिस की ओर से जारी की गई पेंडिंग लिस्ट में कोटा शहर पुलिस फिसड्डी साबित हुई है. उन्होंने 34वां स्थान प्राप्त किया है. जबकि कोटा ग्रामीण पुलिस को वाहवाही मिली है. वो पूरे प्रदेश में पेंडेंसी कम करने में प्रथम स्थान पर रहे हैं. पुलिस महानिरीक्षक कोटा रेंज प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि कोटा रेंज पुलिस पूरे प्रदेश में अव्वल रही है. जबकि कोटा ग्रामीण में सबसे कम पेंडेंसी दर्ज की गई है और वो प्रथम स्थान पर रहा है.
प्रदेश में सबसे कम 10 प्रतिशत रही पेंडेंसी
पुलिस महानिरीक्षक ने कोटा ग्रामीण के सभी पुलिस अधिकारियों और कॉन्स्टेबल को शुभकामनाएं दी है. इतना ही नहीं पूरे कोटा रेंज की बात करें तो 10 प्रतिशत पेनल्टी लगी है. जोकि राजस्थान में सबसे कम है. उन्होंने बताया कि कोटा ग्रामीण पुलिस कि वर्ष 2022 में 3.46 प्रतिशत पेंडेंसी रही. जबकि दूसरे स्थान पर जोधपुर जीआरपी और तीसरे स्थान पर झुंझुनू जिला रहा है. सबसे ज्यादा जयपुर ग्रामीण जिसका क्रमांक 46 रहा और वो 38.96 पेंडेंसी के साथ सबसे निचले स्थान पर रहा. जबकि कोटा शहर की बात करें तो यहां पुलिस ने 28 प्रतिशत पेंडेंसी कम की है और इसे 23 प्रतिशत पर लाई है. सिटी पुलिस पीएचक्यू (Police Head Quarter) रैंकिंग में 34 वें स्थान पर है.
कोटा शहर का रहा 34वां स्थान
आईजी प्रसन्न खमेसरा ने बताया कि एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट, गैंबलिंग एक्ट के कई प्रकरणों में अच्छी सफलता हासिल की गई है. ऐसे में आगामी वर्ष 2023 के लिए उन्होंने कहा कि इस वर्ष और भी बेहतर कार्य करने का प्रयास किया जाएगा. कोटा शहर की पेंडेंसी और 34वें स्थान पर उन्होंने कहा कि कोटा हेडक्वार्टर है. यहां लॉ एन ऑर्डर के साथ अन्य गतिविधियां होती हैं. जिसमें पुलिस की सक्रिय भागीदारी रहती है. ऐसे में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है, लेकिन फिर भी उन्होंने पेंडेंसी को 5 प्रतिशत कम किया है.
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शंभू भद्र](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/fdff660856ace7ff9607d036f59e82bb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)