Kota News: देश के बड़े स्टेशनों में अपनी पहचान रखने वाला राजस्थान (Rajasthan) का कोटा रेलवे स्टेशन (Kota Railway Station) अब एयरपोर्ट की तरह विकसित होगा. इसको लेकर कोटा रेलवे मंडल ने पूरी तैयारी कर ली है. कोटा रेलवे स्टेशन पर 36 मीटर ऊंचा एयर कॉनकोर्स बनाया जाएगा. इसके अलावा कई आउटडोर सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी, ताकि यात्रियों यहां आने पर आराम महसूस कर सके. स्टेशन पर डिजिटल टॉयलेट, गेमिंग, टीवी सहित कई सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी. इस काम को 18 महीने में पूरा करने के सख्त निर्देश रेलवे मंडल ने दिए हैं.

 

हालांकि रेलवे मंडल का कहना है कि प्रक्रिया और डिजाइन पूरी तरह से तैयार हो गया है. बस टेंडर की तैयारी है, जो भी कंपनी इस काम को लेगी, उसे सख्त रूप से 18 महीने में कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए जाएंगे. कोटा जक्शन और डकनिया स्टेशन पर केवल विकास के ही काम किए जाने थे, लेकिन डिजाइन में कोटा मंडल ने चेंज करते हुए एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन को विकसित करने की प्लानिंग की और डिजाइन तैयार करवाई.

 

डकनिया स्टेशन के डिजाइन का काम हुआ पूरा

 

कोटा के डकनिया स्टेशन के डिजाइन का काम तो पूरा हो गया, जबकि कोटा जंक्शन का डिजाइन अगले हफ्ते तक फाइनल होने की बात सामने आ रही है. डिजाइन फाइनल होने के साथ ही प्रोजेक्ट को अंतिम रूप देने के काम किए जाएंगे. डकनिया स्टेशन को चार मंजिला विकसित किया जाएगा, जिसमें 7 स्पेशल रूम और अन्य सुविधाएं होंगी. वहीं कोटा जंक्शन पर 17 स्पेशल रूम के साथ-साथ अन्य सुविधाओं के साथ एयरलिफ्ट भी लगाई जाएगी. रूम में यात्री के ठहरने का प्रावधान भी रखा गया है.

 

एक ही छत के नीचे मिलेंगी सारी सुविधाएं

 

गौरतलब है कि कोटा जंक्शन में एक दर्जन से ज्यादा प्लेटफार्म बने हुए हैं, जहां यात्रियों की भरमार रहती है. कई बार यात्रियों को सुविधा और जानकारी के अभाव में परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसा मूलभूत सुविधाओं के अभाव में होता है. ऐसे में रेलवे मंडल ने सुविधाओं का विस्तार करते हुए एयरपोर्ट की तर्ज पर एक ही छत के नीचे सारी सुविधा मुहैया करवाने का प्लान बनाया है. इसके लिए 36 मीटर ऊपर कॉनकोर्स प्लेटफॉर्म पर बनाकर सुविधाओं को बेहतर करने का प्लान है.

 

क्या होता है एयर कॉनकोर्स

 

डिजाइन के आधार पर स्टेशन के सभी प्लेटफार्म को एस्केलेटर और सीढ़ियों के जरिए जोड़ा गया है. यह वह एरिया होगा, जिसमें ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन की तरफ से स्टेशन आने वाला यात्री बैठेगा और अपनी ट्रेन का इंतजार करेगा. मनोरंजन के लिए गेमिंग जोन डेवलप किया गया है. ट्रेन का अनाउंसमेंट होने के साथ ही यात्री अपनी ट्रेन पकड़ने के लिए एस्केलेटर और सीढ़ियों के जरिए आसानी से अपने-अपने प्लेटफॉर्म चले जाएंगे. यहां सिटिंग और फ्लोरिंग का काम बाकी है. एयर कॉनकोर्स में 2,000 अधिक यात्री बैठने की क्षमता है. 

 

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