New Year Celebration: नए साल का स्वागत करने जैसलमेर पहुंचे लाखों सैलानी, कोरोना गाइड लाइन को कर रहे नजरंदाज
Jaisalmer News: हजारों पर्यटक एक जगह पर जमा हो रहे हैं. कोरोना की गाइड लाइन की परवाह किए बिना लोग बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिग के बेपरवाह घूम रहे हैं. मानो उनके लिए जिंदगी से पहले जश्न आता हो.
जैसलमेर: नए साल के आगमन में अब कुछ दिन का ही समय शेष रह गया है. ऐसे में लोग नए साल का स्वागत करने के लिए पर्यटक स्थलों का रुख कर रहे हैं. इन दिनों में राजस्थान में बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं. राजस्थान में जैसलमेर देसी-विदेशी पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है. इन दिनों बड़ी संख्या में पर्यटक नए साल का जश्न मनाने के लिए जैसलमेर पहुंच रहे हैं. पिछले दो साल से कोरोना की वजह से पर्यटक उतनी अधिक संख्या में नहीं आ रहे थे,जितने की पहले के सालों में आया करते थे.इस साल में कोरोना के आने की बात कही जा रही है, लेकिन इसका असर पर्यटकों पर नहीं है. वो कोरोना की गाइड लाइन का पालन किए बिना शहर की गलियों में घूम रहे हैं. इसी की पड़ताल एबीपी न्यूज़ ने की.
क्या कहना है सैलानियों का
स्वर्णनगरी नए साल का जश्न मनाने के लिए पहली पसंद बनती जा रही है. शहर में इन दिनों देश के कोने-कोने से देसी सैलानी आ रहे हैं. पिछले एक-दो दिनों से शहर हाउसफुल हो रहा है. शहर के पर्यटन स्थलों सोनार दुर्ग,हवेलियां,गड़ीसर,खुहड़ी और सम के धोरों में कदम रखने तक की जगह नहीं है.लेकिन चीन सहित कई देशों में एक बार फिर कोरोना भयानक हो चुका है. लेकिन यहां पहुंच रहे सैलानियों में कोरोना का लोकर कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है.
दिल्ली से आईं मनप्रीत कौर ने कहा कि कोरोना अभी तक उतना नहीं फैला है, जितना बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसको लेकर अभी कुछ कहा नहीं है, जब कहेगी तो उसके दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा.
वैक्सीन लगवाने का भी असर
एक जगह पर हजारों की संख्या में पर्यटक इकट्ठे हो रहे हैं. कोरोना की गाइड लाइन की परवाह किए बिना लोग बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिग के बेपरवाह घूम रहे हैं. मानो उनके लिए जिंदगी से पहले जश्न हो.एबीपी न्यूज़ ने जब इसको लेकर सैलानियों से बात की तो अजीब तर्क देते हुए नजर आए.दिल्ली से आई मनजीत कौर ने कहा कि सभी को मास्क लगाना चाहिए, लेकिन इस बीच वो खुद भूल गई कि उन्होंने भी मास्क गले पर लगा रखा था. बात करते समय उन्होंने मास्क पहना. स्विट्जरलैंड से आए डॉक्टर लुखा बताते हैं कि कोरोना के बाद भारत पहला देश है जहां वो घूमने आए हैं.
कोरोना के सवाल पर वो कहते हैं कि उन्होंने वैक्सीन लगवा रखी है, इसलिए कोरोना खतरनाक नहीं है. वेस्ट बंगाल से आई अपूर्व कहती हैं कि अभी तक कोरोना नहीं फैला है इसलिए घूमने आए हैं.लेकिन इन दलीलों के बीच आप सवालों से बच सकते हैं लेकिन कोरोना से नहीं. कोरोना ने पहले भी कई लोगों के सिर से अपनों का साया छीन लिया है. इसलिए लोगों को सावधान बरतनी चाहिए और कोरोना की गाइड लाइन का पालन करना चाहिए.
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