Rajasthan News: बीसलपुर बांध के किनारे 2 करोड़ की लागत से बनेगा लव-कुश बगीचा, सरकार ने दिखाई हरी झंडी
बीसलपुर बांध के किनारे पर कंजर्वेशन रिजर्व आरक्षित एवं रक्षक वन क्षेत्र में एक बगीचा बनाया जाएगा. इस बगीचे को लव-कुश गार्डन नाम दिया गया है. आगामी 14 नवंबर को इस उद्यान का उद्घाटन किया जाएगा.
Love Kush Garden In Bisalpur: राजस्थान का बीसलपुर बांध एक पर्यटक स्थल के रूप में उभरकर सामने आया है. अब यहां पर्यटन को बढ़ावा देने की कवायद की जा रही है. इसके बाद बांध के किनारे पर कंजर्वेशन रिजर्व आरक्षित एवं रक्षक वन क्षेत्र में एक बगीचा बनाया जाएगा. इस बगीचे को लव-कुश गार्डन नाम दिया गया है. बगीचा बनाने की मंजूरी मिलने के बाद वन विभाग ने फिश एक्वेरियम के पास जंगल की सफाई के कार्य का टेंडर जारी किया है.
गहलोत सरकार से हरी झंडी
बीसलपुर बांध के किनारे रंगीन मछली प्रदर्शनी प्रजनन के निकट वन क्षेत्र की जगह खाली थी. इस पर विभाग के अधिकारियों ने एक प्रपोजल बनाकर राज्य सरकार के पास भेजा था. विकास कार्य के प्रपोजल पर राज्य की गहलोत सरकार से हरी झंडी मिल गई है. अब यहां लव कुश गार्डन बनने के बाद पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. आगामी 14 नवंबर को बाल दिवस पर इस उद्यान का उद्घाटन किया जाएगा.
दो करोड़ लागत से बनेगा बगीचा
राज्य सरकार ने बीसलपुर बांध क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने और लव कुश गार्डन विकसित करने के लिए विभाग को करीब दो करोड़ की बजट राशि जारी की है. कार्य के पहले चरण में करीब 90 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे. शेष राशि अगले चरण में खर्च होगी.
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लव कुश गार्डन में दिखेगा यह सब
राज्य सरकार बीसलपुर बांध पर आने वाले पर्यटकों के लिए लव कुश गार्डन बनवाएगी. इसके लिए फिश एक्वेरियम के पास करीब 4 से 5 एकड़ भूमि चिन्हित की है. जहां पार्क का निर्माण करवाया जाएगा. इस उद्यान में आने वाले पर्यटकों के लिए छाया में बैठक व्यवस्था रहेगी. वन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फव्वारे, रोशनी, बच्चों के लिए झूले चकरी लगाए जाएंगे. पार्क के निकट ही हाट बाजार बनाया जाएगा. जहां लोक कलाकृतियां और हैंडीक्राफ्ट सामान इत्यादि की दुकानें होंगी. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए लकड़ी का पुल भी प्रोजेक्ट में शामिल किया है.
तीन जिलों की प्यास बुझाता है बीसलपुर
बीसलपुर बांध रोजाना तीन जिलों की प्यास बुझाता है. यहां से जयपुर को 600 एमएलडी, अजमेर को 315 एमएलडी व टोंक को 50 एमएलडी पानी प्रतिदिन सप्लाई किया जाता है. एक एमएलडी में 28 लाख लीटर पानी है. वर्तमान में इन शहरों के साथ 1800 गांवों को डेढ़ साल तक सप्लाई करने जितना पानी बीसलपुर में जमा है.
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