Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में लोक गीतों की धुन पर थिरकते युवा, हैरतअंगेज करतबों से रोमांचित होते दर्शक, जगह-जगह पर पुष्पवर्षा से स्वागत और चहुंओर गूंजते भगवान देवनारायण के जयकारे के बीच शिक्षा नगर में अपने शरीरिक बल का प्रदर्शन किया गया. इसमें एक व्यक्ति ने पलक झपकते ही मोटर साइकिल को उठा दिया, तो दूसरी ओर घोडियों का डांस बीच सड़क पर चर्चा का विषय रहा. शिक्षानगरी में भगवान देवनारायण के जन्मोत्सव पर शहर में गुर्जर समाज की ओर से विराट देवनारायण शोभायात्रा निकाली गई. इसमें हजारों लोग एक साथ दिखाई दिए. 


वहीं किशोरपुरा स्थित भगवान पदमनाथ मंदिर से पूर्व सरपंच रामलाल गुंजल, पूर्व प्रधान मन्नालाल गुर्जर ने शोभायात्रा का शुभारंभ किया. शोभा यात्रा में युवाओं की टोलियों द्वारा किए गए हैरतअंगेज करतबों ने सभी को रोमांचित कर दिया. चकरी घुमाना, लाठी घुमाना, घुड़सवार के नृत्य आदि करतब दिखाए गए. शोभायात्रा में शामिल झांकियां भी आकर्षण का केंद्र रही. खड़े गणेश जी स्थित भगवान देवनारायण मंदिर पर समाज की प्रतिभाओं एवं आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों का सम्मान किया गया.  
 
कोटा उत्तर के पूर्व विधायक हुए शामिल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने समाज को पूर्ण रूप से शिक्षित बनने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि महापुरूषों का अवतरण समाज के ढर्रे में बदलाव करने के लिए हुआ है. पहले समाज में जो कर्मियां थीं उनके बदलाव करके सदियों तक भविष्य की आने वाली पीढ़ियों का मार्ग प्रशस्त किया. अब हम सभी का दायित्व है कि समाज को और अधिक संवारें और उसमें सुधार करें.
 
बांस की पतली लकड़ी के साथ किया नृत्य
युवा नेता शिवराज गुंजल ने बताया कि शोभायात्रा में गुर्जर समाज का परंपरागत प्राचीन घेर नृत्य विशेष आकर्षण रहा. इसमें पुरूषों ने एक घेरे में ढोल के बीच बांस की पतली लकड़ियों के साथ नृत्य किया. शोभायात्रा में सात उंटगाड़ियां शामिल हुई. इनमें साडूमाता भगवान शिव की आराधना, शेरनी का दूध पीते हुए भगवान देवनारायण, वन गमन की झांकी, राधा कृष्ण और कमल के फूल पर भगवान के अवतार की विशेष झांकियां रहीं.
 
घोड़ियों ने किया रोमांचक प्रदर्शन
शोभायात्रा में 11 घोड़ियों पर समाज के वरिष्ठजन शामिल हुए. समूचे मार्ग में प्रशिक्षु घोड़ियों ने प्रदर्शन और अन्य करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित किया. बूंदी के ठीकरदा का मशक बैंड भी आकर्षण का केन्द्र बना. वहीं युवा समाज के युवा ने 80 किलो वजनी माला को हाथों से उठाकर हाथों की ताकत का प्रदर्शन किया. एक युवा ने बाइक उठाकर भी लोगों को रोमांचित किया.


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