Kota News: कोटा के खिलाड़ी देश दुनिया में अपना नाम रोशन करने के साथ देश को भी गौरान्वित कर रहे हैं. कोच की नजर ऐसी होनी चाहिए की देखते ही उसमें खेल और उसकी प्रतिभा का अंदाजा लगाया जा सके. कोटा में भी ऐसा ही हो रहा है, अगर खेल के प्रति लगन और मेहनत करने का जुनून हो तो खिलाड़ी तैयार करना मुश्किल नहीं, ऐसे कई खिलाडी हैं जो कोटा से विश्व स्तर तक पहुंच चुके हैं, जिसमें अरूधंती चौधरी विश्व चैम्पीयन रह चुकी हैं.
वहीं अब कोटा के किसान की बेटी का पंच ऐसा चला की वह स्पेन में अपना दमखम दिखाएगी. स्पेन में आयोजित होने वाली यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए महक ने क्वालिफाइड किया है. 13 से 27 नवंबर के बीच स्पेन के अलिकत में आयोजित होने वाली यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए कोटा महाबली स्पोर्ट्स एकेडमी की बॉक्सर महक शर्मा का चयन हुआ है. महक शर्मा इससे पहले 28 सितंबर से 2 अक्टूबर तक भोपाल में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रायल में 66 किलोभार वर्ग में खेलते हुए अपने पांचों मुकाबले जीतकर स्पेन का टिकट पक्का करवाया है.
यूथ नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडेलिस्ट को दी मात
महक के कोच अशोक गौतम ने बताया कि उनके ताऊ का लड़का वुशू सीखने कोटा आता था. साल 2018 में महक के छोटे दादा के नए मकान में गृह प्रवेश कार्यक्रम था. इसमें कोच अशोक शर्मा को गांव खाने पर बुलाया था. उसी दौरान कोच अशोक गौतम की नजर महक पर पड़ी. वे महक की लंबाई देखकर हैरान रह गए. वुशू सिखाने के लिए परिवार से बात की. तब परिवार को राजी किया तो वह मान गए और तब से वे ट्रेनिंग कर रही हैं, ऐसी कड़ी ट्रेनिंग के बाद ही अब कोटा की महक स्पेन में देश को गौरान्वित करेगी. महक ने यूथ नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रही हरियाणा की प्रियंका को मात देकर पहला स्थान हासिल किया.
ट्रायल में यूथ नेशनल चैंपियनशिप गोल्ड मेडलिस्ट को मात दी
वर्ल्ड चैंपियनशिप की ट्रायल में महक शर्मा ने पहले मुकाबले में चंडीगढ़ की बॉक्सर को हराया. दूसरे में पंजाब, तीसरे में दिल्ली व चौथे मुकाबले में दोबारा पंजाब की बॉक्सर को चित किया. पांचवें मुकाबले में हाल ही की यूथ नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता रही हरियाणा की प्रियंका को मात देकर पहला स्थान हासिल किया और भारतीय यूथ मुक्केबाजी टीम के 66 किलोग्राम भार वर्ग में अपनी जगह बनाई.
गांव से रोज 15 किमी का सफर तय कर आती हैं
महक शर्मा ने बताया कि वह बूंदी जिले के सींता गांव की रहने वाली हैं. पिता खेती करते है. 3 भाई बहनों में सबसे बड़ी हैं. वो रोज गांव से 15 किमी का सफर तय करके कोटा में ट्रेनिंग के लिए आती है. रोज 3 घंटे वर्कआउट करती है. साधारण डाइट लेती है. रोज 2 गिलास दूध व ड्राइफूट से बना प्रोटीन पाउडर लेती है. परिवार वाले उसे पूरा सपोर्ट करते है. साथ ही उसके साथ प्रेक्टिस करने वाले युवा भी उससे प्रेरणा ले रहे हैं.
पांच फीट 10 इंच है लंबाई
साल 2018 में महक 13 साल की थी. उस वक्त हाइट 5 फीट 10 इंच थी. कोच अशोक शर्मा ने उसकी लंबाई को देखते हुए परिवार वालों से बात की. परिवार की सहमति मिलने के बाद वो वुशू की ट्रैंनिग के लिए कोटा आती थी. इस दौरान उसने कोटा की बॉक्सर अरुंधति को देखकर उसने बॉक्सिंग को अपना भविष्य चुना. उसका साइड कटिंग स्ट्रॉग है. इस वजह से विरोधी बॉक्सर पर अटैक करके साइड कटिंग ले लेती है. 17 साल की महक शर्मा 12वीं में पढ़ती है. उसकी हाइट की वजह से विरोधी मुक्केबाज उस पर हावी नहीं हो पाता. विरोधी मुक्केबाज को अटैक करने का मौका नहीं मिलता.
वुशू खिलाड़ी से बनी बॉक्सर
महक ने 2018 में वुशू सब जूनियर इवेंट (स्टेट अंडर 14) में कांस्य पदक जीता था. इस दौरान उसने बॉक्सिंग सीखना शुरू किया. उस समय महक का वजन 43 किलो था. इसी साल स्टेट सब जूनियर बॉक्सिंग में 43 किलो भार वर्ग में गोल्ड जीता. साल 2021 में वुशू में जूनियर वर्ग में नेशनल खेलते हुए 60 किलो भार वर्ग में कांस्य जीता. इसी साल सोनीपत हरियाणा में बॉक्सिंग में नेशनल अंडर 16 में खेलते हुए कांस्य जीता. जुलाई 2022 में स्टेट जूनियर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में 60 किलो भार वर्ग में खेलते हुए गोल्ड जीता. सितंबर में जूनियर वर्ग में नेशनल इवेंट में 66 किलो भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीता.
कोटा से चौथी अंतरराष्ट्रीय महिला बॉक्सर तैयार
कोच अशोक शर्मा ने बताया कि कोटा में बॉक्सिंग की ट्रेंनिग के लिए रिंग नहीं है. उसके बावजूद यहां के खिलाड़ी अपनी मेहनत से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे है. अरुंधति चौधरी, ईशा गुर्जर, निशा गुर्जर वर्ल्ड चैंपियनशिप खेल चुकी है. महक शर्मा चौथी महिला बॉक्सर है जो वर्ल्ड चैम्पियनशिप में खेलेगी. अरुंधति चौधरी वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीत चुकी है. गौतम ने कहा कि यदि थोडी सी भी मदद मिल जाए तो यहां खिलाडियों की कमी नहीं है जो देश का नाम दुनिया में रोशन कर सके.
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