Udaipur News: 40 साल पुराना है बांसवाड़ा का माही बजाज बांध, हर दिन होता है 17.50 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन
भारी बारिश के चलते माही बांध में अचानक पानी आ गया. इससे बांध के निर्धारित जलस्तर पर पहुंचने से पहले ही माही बांध के गेट खोलकर अतिरिक्त पानी की निकासी की गई.
Udaipur News: राजस्थान (Rajasthan)में इस समय बारिश की धुंआधार चल रही है. लगभग हर साल के औसत के बराबर पानी हर जगह बरसा है. ऐसे में जलाशय भी लगभग फुल हो गए हैं. बांसवाड़ा में राज्य के दूसरे सबसे बड़े बांध माही बजाज को 16 में से 6 गेट आधे मीटर से खोलना पड़ा. अच्छी खबर यह है कि गेट खुलने से रोजाना करीब 17 लाख प्रति घंटे बिजली पैदा होगी. फिर इसका पानी गुजरात जाएगा. गेट खोलने के बाद माही बजाज बांध का नजारा देखने लायक था. 500 मीटर से ज्यादा दूर तक बौछारें आ रही थी और पानी के तेज बहाव की आवाज कई दूर तक आ रही थी.
भराव स्तर के करीब आ गया था लेवल
अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश के बांसवाड़ा जिले और क्षेत्र में कई दिनों से हो रही भारी बारिश हो रही है. इसके कारण माही बांध में अचानक पानी आ जाने से बांध के निर्धारित जलस्तर पर पहुंचने से पहले ही माही बांध के गेट खोलकर अतिरिक्त पानी की निकासी की गई. केंद्रीय जल आयोग की ओर से दी गई चेतावनी के आधार पर माही बांध प्रशासन ने 279 मीटर बांध के जलस्तर के बाद पानी की आवक के आधार पर माही बांध के 6 गेट को आधा आधा मीटर खोल दिया, जबकि माही बांध की कुल भराव क्षमता 281.50 मीटर है. इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, जिला कलेक्टर प्रकाश चंद्र शर्मा, पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा आदि उपस्थित थे. मंत्री मालवीया एवं जिला कलेक्टर ने माही माता का पूजन करने के बाद विधिवत रूप से क्रमशः बांध के गेट खोल कर पानी की निकासी की. बांध के गेट खुलने की सूचना मिलते ही लोग बांध स्थल पर पहुंचने लगे. इस सीजन में पहली बार माही बांध के गेट खुले.
हर दिन लाखों यूनिट बिजली का उत्पादन
बांध के 6 गेट खोलने के बाद यहां के दोनों बिजलीघरों में उत्पादन शुरू हो गया है. पावर हाउस ने 25 मेगावाट क्षमता के दूसरे टरबाइन से बिजली पैदा करना शुरू कर दिया है. दोनों टरबाइन से 10 घंटे में करीब 12 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. वहीं माही पावर हाउस द्वितीय 45 मेगावाट क्षमता के एक टरबाइन से भी बिजली उत्पादन मंगलवार से शुरू कर दिया, जिससे रोजाना करीब 5.50 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. दोनों पनबिजली घरों से प्रतिदिन लगभग 17.50 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाएगा.
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