Udaipur News: प्रतापगढ़ जिले में पेड़ पर लाश लटकी देख गुस्साए ग्रमीण, पुलिस पर किया पथराव, पढ़ें- पूरा मामला
Udaipur: प्रतापगढ़ में एक युवती का रेप कर हत्या कर दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब आरोपियों ने लड़की के काका की भी हत्या कर दी जिससे ग्रामीणों ने गुस्से में पुलिस पर पथराव किया.
Rajasthan News: उदयपुर संभाग के प्रतापगढ़ जिले में शुक्रवार शाम को एक बड़ी घटना सामने आई है. यहां पेड़ पर एक लाश लटकी हुई मिली. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस को गुस्साए ग्रामीणों का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए पुलिस का विरोध किया और पत्थर फेंके. इसके साथ ही ग्रामीणों ने पुलिस वाहन और मौके पर आई एम्बुलेंस में भी तोड़फोड़ की. हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा. वहीं ग्रामीणों ने जिन पर हत्या का आरोप लगाया था उनके घर और वाहन को भी आग के हवाले कर दिया. ग्रामीणों के इस विरोध प्रदर्शन में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. आखिर क्यों पुलिसकर्मियों पर फूट रहा ग्रामीणों का गुस्सा?
लाश देखते ही फैला आक्रोश
दरअसल, यह घटना प्रतापगढ़ जिले के अरनोद थाना क्षेत्र के मऊदीखेड़ा गांव की है. यहां जंगल मे 40 साल के शांतिलाल का शव पेड़ से लटका मिला था. धीरे-धीरे गांव में जैसे ही मौत की खबर पहुंची तो पूरा गांव एकत्र हो गया और सभी में भारी आक्रोश देखने को मिला. इधर पुलिस भारी बल के साथ मौके पर पहुंची, क्योंकि पुलिस को भी ग्रामीणों के गुस्से की सूचना मिल गई थी. जैसे ही पुलिस जांच करने के लिए मौके पर पहुंची तो पहले ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए विरोध किया. ऐसे में पुलिस आगे बढ़ती इससे पहले लोगों ने पथराव शुरू कर दिया. इससे पुलिस को दो किमी पीछे हटना पड़ा.
ग्रामीणों के गुस्से का कारण
यहीं नहीं लोगों ने वाहनों में तोड़फोड़ भी की. वहीं ग्रामीण जिन पर आरोप लगा रहे थे उनके घर पहुंचे और घर को आग के हवाले कर दिया और उनके वाहनों में भी आग लगा दी. पिलहाल, गांव के सरपंच के साथ ग्रामीणों और पुलिस में बातचीत हुई और मामला शांत हुआ. सरपंच रामलाल मीणा ने बताया कि तीन महीने पहले गांव की एक युवती का रेप कर हत्या कर दी गई. परिजनों ने थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद एसपी को परिजनों ने ज्ञापन सौंपा इसके बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई.
जांच और कार्रवाई जारी- एसपी
वहीं अब पेड़ पर जिसकी लाश लटकी मिली हैं वह किशोरी के काका थे. इनकी भी आरोपियों ने ही हत्या कर लाश पेड़ पर लटका दी. अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई कर लेती तो आज यहां एक और हत्या नहीं होती. युवती की हत्या को लेकर अभी जांच चल रही है और गिरफ्तारी नहीं हुई. वहीं शांतिलाल की मौत के पीछे के कारणों को तलाशा जा रहा है, जिस प्रकार से भीड़ ने घटना को अंजाम दिया उस पर मुकदमा दर्ज किया गया है.