Rajasthan News: फर्जीवाड़े के तरह-तरह के मामले आपने सुने होंगे लेकिन राजस्थान के अलवर (Alwar) से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे. यहां एक शख्स ने इंश्योरेंस (Insurance) के एक करोड़ रुपये पाने के चक्कर में के लिए खुद का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र (Fake Death Certificate) बनवा लिया. उसने दो बार ये काम किया लेकिन दूसरी बार पकड़ लिया गया. इस दौरान वह घर में कैद हो गया था ताकि किसी को पता न चल पाए. वह लगातार दो साल तक घर में ही रहा और घर वाले भी उसे मृत बताते रहे. पत्नी से जब भी उसके बारे में पूछा जाता तो वह कहती कि वे अब इस दुनिया में नहीं रहे. अलवर के मनुमार्ग निवासी 56 साल के इस शख्स का नाम नीरज शर्मा है.


गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
नीरज ने दो बार अपना फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया लेकिन दूसरी बार वह पकड़ा गया. पूछताछ में पता चला कि उसने एक करोड़ रुपये लेने के चक्कर में यह फर्जीवाड़ा किया. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेज दिया है. पुलिस को उसका पता तब चला जब वह बाजार में स्कूटर से घूम रहा था. पुलिस के मुताबिक इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. पुलिस को शक है कि बीच में उसकी मदद करने वाला भी कोई रहा होगा. 


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दिखाया था अंतिम संस्कार होना 
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान आरोपी के पिता की मौत हो गई थी जिसके बाद वह उनका डेथ सर्टिफिकेट बनवाने गया था. इस दौरान ही उसके दिमाग में अपना फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनवाकर लाभ लेने का आईडिया आया. डेथ सर्टिफिकेट बनवाने से पहले वह श्मशान घाट जाकर वहां से फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर लाया. उसने अपना गलत पता बताते हुए कोरोना से मौत के बाद एक श्मशान घाट में खुद का अंतिम संस्कार होना दिखाया था. इसके बाद उसकी पत्नी ने बीमा क्लेम किया था. इसमें मौत होने पर एक करोड़ रुपये मिलने थे. लाभ लेने से पहले ही पोल खुल गई है.  


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