(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mangarh Dham: मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक न घोषित करने पर नाराजगी, जानें- कांग्रेस और बीटीपी की प्रतिक्रिया
भारतीय ट्राइबल पार्टी के प्रमुख ने कहा कि देश को आजाद हुए कितने दशक हो गए लेकिन मानगढ़ धाम की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब जब तीन राज्यों के चुनाव पास में है तो वोट बटोरने के लिए नेता आ रहें हैं.
Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा (Banswara) जिले के मानगढ़ धाम में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हुई. मानगढ़ धाम जो आदिवासियों के लिए सबसे बड़ा आस्था का केंद्र हैं. वहीं यह सभा बीजेपी के लिए तीन राज्य गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के आदिवासी वोटरों को रिझाने की मानी जा रही है. इस सभा से सभी को सबसे बड़ी उम्मीद थी कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाएगा लेकिन पीएम मोदी ने नहीं किया. अब ऐसे में विरोधी पार्टियों के नेताओं ने इस पॉइंट को पकड़ लिया. विपक्ष के नेता कह रहे हैं कि 100 प्रतिशत उम्मीद थी कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय या शहीद स्मारक घोषित जाएगा लेकिन नहीं हुआ.
इससे क्षेत्र के लोगों ने दूरी बना ली है. मन को बड़ा आघात पहुंचा है. इधर संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल जिन्होंने इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया उन्होंने मीडिया से कहा कि पीएम मोदी की यह सभा मानगढ़ धाम के विस्तार और विकास के लिए थी. मानगढ़ धाम गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आदिवासियों के आस्था का केंद्र है. इसी कारण चारों राज्यों को इसके विकास के लिए आगे आने की अपील की.
जानिए क्या कहते हैं विरोधी पार्टी के वरिष्ठ नेता
भारतीय ट्राइबल पार्टी जिसके इसी क्षेत्र में काफी समर्थक है और पार्टी का दबदबा है. इस पार्टी के प्रमुख महेश वसावा जो गुजरात में विधायक है उन्होंने एबीपी न्यूज से कहा कि देश को आजाद हुए कितने दशक हो गए लेकिन मानगढ़ धाम की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया. अब जब तीन राज्यों के चुनाव पास में है तो वोट बटोरने के लिए नेता आ रहें हैं. पीएम मोदी की सभा में तीन मुख्यमंत्री थे जिन्होंने भाषण दिया. साथ ही अन्य किसी संस्था के व्यक्ति ने संबोधित किया. कुछ लोगों ने सभा में ही राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग की इसके बाद भी नहीं किया गया. इस सरकार की नीतियां ही खराब है. बड़ी बात तो यह कि गुजरात में इतना बड़ा हादसा हुआ लेकिन पीएम वहां नहीं गए और यहां आ गए. अभी भगवान और शहीदों को नमन करने आ रहे लेकिन लोगों की कोई नहीं सुन रहे हैं.
आदिवासियों ने दूरी बना ली है
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री और बांसवाड़ा के बागीदौरा विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीय जिनके विधानसभा क्षेत्र में ही मानगढ़ धाम आता है. उन्होंने कहा कि एक हफ्ते से ज्यादा समय से प्रसाशनिक अधिकारी तैयारी में जुटे थे और सभी आतुर थे कि पीएम आ रहे हैं. सीएम अशोक गहलोत भी बोले सभी जनता की भी मांग उठ रही थी कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय शाहिद स्मारक घोषित किया जाए. भरोसा भी था क्योंकि यहां इसके अलावा कोई और मांग ही नहीं थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिससे मन दुखी हुआ. इससे दूर-दूर तक लोगों में नाराजगी फैली है. इस क्षेत्र में 90 प्रतिशत आदिवासी है.
पीएम मोदी ने क्या कहा था
मानगढ़ धाम के विकास के लिए राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. चारों राज्य की सरकारों से आग्रह है कि इस दिशा में विस्तृत चर्चा करें. रोड मैप तैयार करें ताकि गोविंद गुरु जी का स्थल भी पूरे विश्व में पहचान बनाए. मुझे विश्वास है मानगढ़ धाम का विकास क्षेत्र नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का जागृति स्थल बनेगा. यह विश्वास दिलाता हूं कि कई दिनों से चर्चा चल रही है जितना जल्दी, जितना ज्यादा क्षेत्र निर्धारित करेंगे सब मिलकर भारत सरकार के नेतृत्व में और अधिक विकास करेंगे. नाम तो राष्ट्रीय स्मारक या कोई भी दे देंगे.