Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पाउडर दूध योजना अब डेढ़ माह की देरी से शुरू होगी. पहले एक जुलाई से सप्ताह में दो दिन पाउडर दूध वितरित किया जाना था. लेकिन शिक्षा विभाग इसको 15 अगस्त से शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इस योजना में प्रदेशभर भर में पहली से आठवीं तक के करीब 70 लाख विद्यार्थियों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा. 


अब अगस्त में शुरू होगी योजना
एक जुलाई को सरकारी स्कूलों में नामांकन की स्थिति पता करने को लेकर विभाग के सामने समस्या थी, कि कितने नामांकन विद्यालय में होंगे. इसी वजह से पाउडर दूध पिलाने की योजना में देरी की गई. क्योंकि इन दिनों राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 1 जुलाई से प्रवेशोत्सवचल रहा है. विभाग का मानना है कि इन डेढ़ माह के भीतर स्कूलों में छात्र-छात्राओं की नामांकन अच्छे होने की उम्मीद है. स्कूलों में नामांकन बढ़ने पर डेढ़ माह बाद दूध वितरण करना शुरू करें. बता दें कि पूर्वर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने मिड डे मील के तहत अन्नपूर्णा दूध योजना की 2 जुलाई 2018 को शुरूआत की थी. 


इन बच्चों को मिलेगा इतना दूध
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा के दौरान बाल गोपाल योजना शुरू की थी जिसके तहत सरकारी स्कूलों, मदरसों व प्रशिक्षण केंद्रों में बच्चों को दूध पिलाने का प्रावधान रखा गया था. योजना के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को 150 एमएल और कक्षा 6 से 8 तक को 200 एमएल दूध वितरित किया जाएगा. 


31.8 फीसदी बच्चों की नहीं बढ़ रही लंबाई
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 31.8 प्रतिशत बच्चे ऐसे ही जिनकी उम्र के हिसाब से लंबाई नहीं बढ़ रही है. जबकि 16.8 फीसदी वह बच्चे जिनका लंबाई के लिहाज से वजन कम है. वहीं 27.6 प्रतिशत उम्र के लिहाज से अंडर वेट हैं और 71.5 फीसदी बच्चों में खून की कमी है. ऐसे में सरकार की सोच है कि उन्हें पोस्टिक आहार, दूध मिले ताकि बच्चा पढ़ाई के साथ पूर्ण रूप से विकसित हो सके. 


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