Banswara News: सावे यानी शादियों का सीजन शुरू हो गया है. शादी सीजन शुरू होते ही राजस्थान में बाल विवाह के समर्थक भी जाग उठते हैं. तमाम तरह के कार्यक्रमों और पुलिस की सतर्कता से प्रदेश में बाल विवाह में कमी तो आई है लेकिन इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लगी है. इसी बीच उदयपुर संभाग (Udaipur Division) के बांसवाड़ा (Banswara) जिले में बाल विवाह (child marriage) का ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है.


यहां एक छात्रा ने बाल विवाह के चंगुल से बचने के लिए अपने स्कूल की प्रिंसिपल को पत्र लिख दिया. मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया. सूचना मिलते की पुलिस, बाल कल्याण समिति और बाल आयोग उस बच्ची के घर तक पहुंच गए और सब ने बच्ची की हिम्मत की जमकर तारीफ की. 


क्या था पूरा मामला
घटनाक्रम बांसवाड़ा जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जानामेडी का है. यहां की स्कूल प्रिंसिपल परमार को उनके ऑफिस में 11वीं कक्षा की छात्रा ने अपनी दोस्त के हाथ एक पत्र भिजवाया. जब उन्होंने पत्र को खोलकर देखा तो वह चौक गईं. उसमें शादी की बात लिखी थी और शुक्रवार रात को ही शादी होने वाली थी. अनिता परमार स्कूल से निकलीं और सीधे पुलिस थाने पहुंचीं. वहां थानाधिकारी इंस्पेक्टर तेज सिंह को पत्र दिखाया. तेज सिंह तुरंत दल बल के साथ  छात्रा के घर पहुंचे और छात्रा के माता-पिता की क्लास लगाई और छात्रा की शादी भी रुकवाई


पत्र में क्या लिखा छात्रा ने
छात्रा ने अपनी दोस्त के हाथ जो पत्र भिजवाया उसमें उसने लिखा, 'मैं 14 साल की हूं और आपके स्कूल में कक्षा 11वीं  में पढ़ाई कर रही हूं. मेरे घर वाले जबरन आज रात मेरी शादी कराने वाले हैं. कई बार समझाया लेकिन नहीं समझे. मैं अभी शादी नहीं करना चाहती, अभी पढ़ना चाहती हूं. मुझे बचाओ.' वहीं, इस पूरे मामले को लेकर थानाधिकारी तेज सिंह ने बताया कि हम संस्था प्रधान की शिकायत पर छात्रा के घर पहुंचे और माता-पिता को फटकार लगाई. उनका कहना था कि सगाई करवा रहे हैं. हमने उसके लिए भी उनसे मना किया. इसके बाद छात्रा को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया.


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