Rajasthan News : कोटा जिले में अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़े सांगोद विधायक व पूर्व मंत्री भरत सिंह के खिलाफ अब दूसरे विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है. बारां के विधायक पानाचंद मेघवाल और किशनगंज विधायक निर्मला सहरिया ने भरत सिंह की ओर से बार-बार सीएम और खनन मंत्री पर आरोप लगाए जाने की कड़े शब्दों में निंदा की है. दोनों विधायकों ने बयान जारी कर कहा है कि भरत सिंह जी पुराने कांग्रेसी नेता है और हमसे वरिष्ठ है, इस नाते हम उनका सम्मान करते हैं. भरत सिंह एवं उनके परिवार को कांग्रेस पार्टी ने हमेशा बहुत कुछ दिया है, परन्तु जब से बारां, कोटा जिले से अलग हुआ है तब से सामन्तवादी सोच रखते हुए ये बारां के कांग्रेसजनों के प्रति नुकसान पहुंचाने का भाव रखते हैं.


 कांग्रेस को कमजोर करेंगी भरत सिंह की हरकतें


विधायकों ने कहा कि कुंठा के शिकार होकर भरत सिंह ने राज्य के नेतृत्वकर्ता मुख्यमंत्री जी को ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व को भी भला-बुरा कहा है. उनकी ये हरकतें हाडौती और विशेष रूप से बारां जिले में कांग्रेस को कमजोर करने की भाजपा की रणनीति का हिस्सा है. बारां कांग्रेस के गढ़ ग्राम खान की झोपडिया को कोटा जिले में मिलाने की कोई कोशिश भरतसिंह जी ने तब नहीं की जब वे मंत्री थे और अब यह निर्णय बारां जिले के स्थानीय स्तर पर संभव नहीं है.  बारां में 23 तारीख को धरना देकर जो माहौल खराब करने की ओछी हरकत भरत सिंह कर रहे हैं, हम उसकी निन्दा करते हैं.


 भरत सिंह का यह कृत्य जयचंद जैसा व्यवहार करने की तरह


उन्होंने कहा कि बारां के विकास को रोकने के लिए इन्होनें पहले गोडावन मुद्दे को उठाया और अब खान की झोपडिया के मुद्दे को उठा रहे हैं. ये आगे भी ऐसे मुद्दे उठाते रहेंगे. हम बारां की जमीन से जुडे कांग्रेसी ऐसी ओछी हरकतों से डरते नहीं हैं. हम भरत सिंह की इस ओछी हरकत और ओछी मानसिकता की कटु शब्दों में निन्दा करते हैं. भरत सिंह का यह कृत्य जयचंद जैसा व्यवहार करने की तरह है, परन्तु हम बारां के कांग्रेसी राहुल जी के नेतृत्व में देश-प्रदेश में कांग्रेस को मजबूत करने और भारत को जोड़ने की मुहिम में लगे रहेंगे. 


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