Ram Mandir बनने के बाद अयोध्या में पहली बार रामकथा करेंगे मोरारी बापू, भक्तों को है इंतजार, 4 हजार कमरे बुक
Ram Katha in Ayodhya: प्रसिद्ध कथावाचक जल्द ही रामनगरी में रामकथा के लिए पहुंचेंगे. इस कार्यक्रम के लिए अयोध्या के अधिकांश होटलों और धर्मशालाओं में चार हजार से ज्याद कमरे बुक हो चुके हैं.
Ayodhya News: जन-जन के आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान देने वाले अंतर्राष्ट्रीय संत मोरारी बापू (Morari Bapu) रामकथा करेंगे. अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनने के बाद विशाल स्तर पर आयोजित यह पहली कथा होगी. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से आयोजित इस भव्य कथा के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं. बताया जा रहा है कि कथा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन समेत कई विशिष्ट अतिथि शिरकत करने रामनगरी आएंगे.
संत मोरारी बापू आने वाली 24 फरवरी से 3 मार्च तक अयोध्या में 'मानस राम मंदिर' विषय पर रामकथा करेंगे. यह उनकी 932वीं रामकथा होगी. इसके लिए तीर्थ क्षेत्र पुरम परिसर मणिपर्वत क्षेत्र में भव्य पांडाल का निर्माण करवाया गया है. पहले दिन 24 फरवरी को कथा शाम 4 बजे से होगी. इसके बाद 25 फरवरी से कथा का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक तय है. कथा के लिए देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. अधिकांश होटलों और धर्मशालाओं में चार हजार से ज्यादा कमरे बुक हो चुके हैं.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में रहे थे मौजूद
विख्यात रामकथा वाचक मोरारी बापू पिछले माह 22 जनवरी को हुए रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी मौजूद रहे थे. तब बापू ने मीडिया से कहा था कि 'राम ब्रह्म व्यापक हैं. जैसे सूरज-चांद सबका वैसे ही सूर्यवंशी राम भी सबके हैं. यह सत्य, प्रेम और करुणा का उत्सव है. यह अध्यात्मिक उत्सव है. मैंने दुनिया में इस तरह का माहौल पहले कभी नहीं देखा. देश के करोड़ों लोगों की तरह मैं भी जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर बनने का इंतजार कर रहा था.'
बापू ने दिए थे 18.6 करोड़ रुपये
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सबसे बड़ा दान मोरारी बापू ने दिया था. छह दशक से भी अधिक समय से रामकथा का प्रचार-प्रसार कर रहे बापू ने 18.6 करोड़ रुपये दान दिए थे. इनमें भारत से 11.30 करोड़, ब्रिटेन और यूरोप से 3.21 करोड़, अमेरिका, कनाडा और कई अन्य देशों से 4.10 करोड़ शामिल थे. बापू ने महज 15 दिनों में यह राशि जुटाकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपी थी.
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